दशहरा पर्व के अवसर पर गोंडा शहर के बड़गांव क्षेत्र में देर शाम तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया। नगर कोतवाली क्षेत्र के नूरामल मंदिर के पास तकिया मस्जिद और घोसियाना मोहल्ले में पत्थरबाजी की घटनाओं ने बवाल की स्थिति पैदा कर दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और पीएसी के जवानों ने इलाके को छावनी में बदल दिया।
पत्थरबाजी और विरोध प्रदर्शन
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं ने मस्जिद के आसपास स्थित दो और तीन मंजिला घरों से पत्थर फेंकने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन और हो-हल्ला शुरू कर दिया। इस घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल स्वयं मौके पर पहुंचे और माइक के जरिए स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोनार गली मोहल्ले की दुर्गा प्रतिमा को शहर से खैरा भवानी मंदिर के पोखरे में विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था, तभी असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया। अंधेरा होने के कारण पुलिस को स्थिति को संभालने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। पुलिस ने हुड़दंगियों को खदेड़ते हुए एकत्रित भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
पुलिस ने कहा, हालात काबू में
नगर कोतवाल मनोज पाठक ने बताया कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि कुछ गलतफहमी के कारण विवाद की स्थिति बनी थी, लेकिन मौके पर पहुंचकर पुलिस अधिकारियों और जवानों ने स्थिति को संभाल लिया। उन्होंने यह भी बताया कि विसर्जन यात्रा को सही-सलामत गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रूट को डायवर्ट किया गया है। गोंडा में दशहरा पर्व के दौरान उत्पन्न तनाव की स्थिति को पुलिस ने प्रभावी तरीके से संभाल लिया है। प्रशासन की सक्रियता से इलाके में शांति बहाल हो गई है, और श्रद्धालु बिना किसी डर के अपने धार्मिक कार्यों को अंजाम दे सकेंगे। ऐसे घटनाक्रमों से बचने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा सतर्कता बरती जा रही है।