Fire at Varanasi Railway Station: वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक के पास स्थित एक पार्किंग क्षेत्र में शुक्रवार देर रात आग लगने से 150 से अधिक दोपहिया वाहन जलकर खाक हो गए। यह घटना रेलवे कर्मचारियों के लिए बनाई गई पार्किंग में घटी, जिसमें भारी नुकसान हुआ। हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और दमकल विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। आग को काबू करने के लिए दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत की, जिसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) लालजी चौधरी ने कहा, “यह पार्किंग स्थल रेलवे कर्मचारियों के लिए था, जिसमें शुक्रवार रात को आग लगने से करीब 150 से ज्यादा दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचा है।” उन्होंने बताया कि यह पार्किंग स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक के पास स्थित थी, जहां मुख्य रूप से रेलवे कर्मचारियों के निजी वाहन खड़े रहते थे। आग लगने से सभी वाहन जल गए, जिनमें मोटरसाइकिल और स्कूटर शामिल थे।
चौधरी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। आग की वजह का पता लगाने के लिए एक जांच समिति बनाई गई है, जो घटना की जांच करेगी। इस आगजनी की घटना से रेलवे कर्मचारियों में भी चिंता और तनाव का माहौल है, क्योंकि यह पार्किंग रेलवे कर्मचारियों के वाहनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान था।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि उसे बुझाने में काफी समय लगा। रात के अंधेरे में आग की लपटें तेज़ी से फैलने लगीं, लेकिन मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अधिकारियों ने यह भी बताया कि आग लगने के बाद इलाके को घेर लिया गया था, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
इस घटना के बाद, रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा और पार्किंग व्यवस्था की समीक्षा करने की योजना बनाई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। आग लगने के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जो जल्द ही घटना के कारणों का पता लगाएगी।
यह घटना वाराणसी रेलवे स्टेशन पर एक बड़े हादसे के रूप में सामने आई है, जिसने रेलवे प्रशासन और स्थानीय लोगों को चौंका दिया। हालांकि, कोई जनहानि न होने से अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। लेकिन इस घटना ने सुरक्षा प्रबंधों को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं, जिसे भविष्य में बेहतर बनाने की आवश्यकता है।