ब्रिटेन में बढ़ते प्रवासियों की संख्या पर नकेल कसने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने वीजा नियमों में सख्ती लाने का एलान किया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “हम इमिग्रेशन पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। 1 जनवरी 2024 से विदेशी छात्र अपने परिवार के लोगों को अपने साथ नहीं ला सकेंगे। हालांकि ये सरकारी स्कॉलरशिप और पोस्ट ग्रेजुएट पाने वाले छात्रों पर बाध्य नहीं होगा।”
यानी कि अब पढ़ने के लिए ब्रिटेन जाने वाले छात्र अपने परिवार के किसी भी सदस्य को साथ नहीं ले जा सकेंगे। हालांकि यह नया नियम पिछले साल मई में पेश किया गया था। इस नियम को अभी इसलिए लागू किया गया क्योंकि बढ़ते इमिग्रेशन की वजह से प्रधानमंत्री सुनक को पिछले कुछ समय से काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था।
भारत से कितने छात्र जाते हैं ब्रिटेन?
ब्रिटन ने 1 लाख 42 हजार 848 छात्रों को पिछले साल जून में वीजा दिया था। बता दें कि ये संख्या 2022 के आंकड़ों से 58 फीसदी ज्यादा थी। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के मुताबिक वहां सबसे ज्यादा विदेशी छात्र भारत से ही जाते हैं। ये कुल छात्रों का एक तिहाई हिस्सा है। अंतरराष्ट्रीय छात्रों की वृद्धि स्नातक स्तर पर सालाना लगभग 10 प्रतिशत रही है। ब्रिटेन के गृह कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार देखा जाए तो ब्रिटेन में 2022-23 में उच्च शिक्षा में प्रवेश करने वाले कुल 139,700 भारतीय छात्र थे। ब्रिटेन सरकार के नए वीजा नियम लागू करने के बाद अब विदेशी छात्रों की परेशानी बढ़ गई है। इस नियम की वजह से अब उन्हें कई सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा।