देश रोज़ना: मणिपुर में हुई हिंसा अब सबके लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। अब यह मुद्दा इंग्लैंड की संसद में उठा हुआ है। इंग्लैंड में धार्मिक मुद्दे से जुड़े मणिपुर हिंसा की ठीक रिपोर्टिंग न करने का आरोप लगाया गया है। ब्रिटेन संसद में यह सवाल उठाया गया था कि मणिपुर में मई से अबतक सौ चर्च जलाए गए हैं, 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके है। मणिपुर में अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है।
संसद में ब्रूस ने कहा कि इससे साफ होता है कि ये सब प्लानिंग के तहत किया जा रहा है और धर्म इन हमलों में बड़ा फैक्टर है। 3 मई के बाद अब भी हिंसा जारी है। जिसका अभी तक कोई समाधान नहीं हो रहा है। ब्रिटेन में धार्मिक आजादी से जुड़े मामलों की स्पेशल राजदूत और सांसद फियोना ब्रूस ने गुरुवार को BBC पर मणिपुर हिंसा की ठीक से रिपोर्टिंग न करने के आरोप लगाए हैं।
मणिपुर में मई से चर्च जलाए गए है। 50 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। न सिर्फ चर्च, बल्कि उनसे जुड़े स्कूलों को भी निशाने पर रखा गया है। ब्रूस ने कहा कि इससे साफ होता है कि ये सब प्लानिंग के तहत किया जा रहा है और धर्म इन हमलों में बड़ा फैक्टर है।
भारत में अमेरिका के राजदूत ने मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाले वीडियो पर कहा कि ये भारत का आंतरिक मामला है। वॉशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान उनसे मणिपुर के हालातों पर सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने कहा कि वो जहां भी ऐसी हिंसक घटनाएं देखते हैं तो उन्हें दुख पहुंचता है। गार्सेटी ने कहा- मैनें अब तक वीडियो नहीं देखा है। इंसान होने के नाते मेरी संवेदनाएं भारत के लोगों के साथ हैं।