लेबनान की राजधानी बेरूत में सोमवार रात इजराइल ने हवाई हमला किया, जिसमें घनी आबादी वाले आवासीय इलाकों को निशाना बनाया गया। इस हमले ने पूरे शहर में हलचल मचा दी। जिस इलाके पर हमला हुआ, वह जौक अल-ब्लाट के नाम से जाना जाता है। यह क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, संसद भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और कई देशों के दूतावास स्थित हैं।
लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, इस हमले में दो मिसाइलें गिराई गईं। इन हमलों ने स्थानीय लोगों को डर और अफरा-तफरी के माहौल में डाल दिया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि हमले के तुरंत बाद पूरे इलाके में एम्बुलेंस के सायरन सुनाई देने लगे। हालांकि, हताहतों की आधिकारिक संख्या अभी तक जारी नहीं की गई है।
अचानक हुआ हमला
इस हमले ने लोगों को चौंका दिया, क्योंकि इजराइली सेना ने पहले से कोई चेतावनी नहीं दी थी। यह हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब अमेरिकी दूत ने लेबनान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए युद्धविराम वार्ता स्थगित कर दी थी।
घटनास्थल पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के एक रिपोर्टर ने बताया कि सड़क पर कई लोग घायल अवस्था में देखे गए। हवाई हमले का उद्देश्य क्या था, यह अब तक स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों ने अभी तक इस पर कोई बयान नहीं दिया है।
डरे हुए स्थानीय लोग
हमले के बाद बेरूत के जौक अल-ब्लाट इलाके में रहने वाले लोग डरे हुए हैं। कई लोगों ने अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना शुरू कर दिया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे इस तरह के हमले के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थे।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता
यह हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब पहले से ही इजराइल और लेबनान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंता में डाल दिया है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठनों ने अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
युद्धविराम वार्ता पर असर
अमेरिकी दूत की यात्रा स्थगित होने से युद्धविराम वार्ता को बड़ा झटका लग सकता है। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या क्षेत्र में शांति बहाल हो पाएगी या हिंसा और बढ़ेगी।