उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि उसे अपनी राजधानी प्योंगयांग में एक खोज अभियान के दौरान दक्षिण कोरियाई ड्रोन के अवशेष मिले हैं। यह दावा उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी, ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (KCNA) द्वारा 19 अक्टूबर को किया गया। एजेंसी ने ड्रोन की कुछ तस्वीरें भी जारी की हैं, जिनमें वी-आकार के पंखों वाला एक क्षतिग्रस्त विमान दिख रहा है। उत्तर कोरिया का कहना है कि इस ड्रोन के मिलने से इस महीने की शुरुआत में प्योंगयांग के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की पुष्टि होती है, और इसके पीछे दक्षिण कोरिया की सेना का हाथ है।
उत्तर कोरिया के अनुसार, 13 अक्टूबर को यह ड्रोन मिला था, और जांच में पाया गया है कि यह वैसा ही ड्रोन है जैसा दक्षिण कोरिया की हालिया सैन्य परेड में इस्तेमाल किया गया था। उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर आरोप लगाया कि उसने इस महीने तीन बार रात के समय प्योंगयांग के हवाई क्षेत्र में ड्रोन भेजे और विरोध स्वरूप उत्तर कोरिया के खिलाफ पर्चे गिराए। इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसा दोबारा हुआ तो वह कठोर सैन्य कार्रवाई करेगा।
उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि प्योंगयांग में पाया गया ड्रोन संभवतः उन्हीं ड्रोन में से एक है, जिनका उपयोग पर्चे गिराने के लिए किया गया था। हालांकि, इस दावे की पुष्टि के लिए अभी और जांच की आवश्यकता है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि यदि दक्षिण कोरिया इस बात से इनकार करता है कि ड्रोन का उपयोग पर्चे गिराने के लिए किया गया था, तो उसे यह स्वीकार करना होगा कि उसकी सेना ने उत्तर कोरिया के हवाई क्षेत्र में अवैध घुसपैठ की है।
उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी कि अगर वह दक्षिण कोरिया की सेना द्वारा अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन पाता है, तो इसे ‘युद्ध की घोषणा’ माना जाएगा और तत्काल सैन्य कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरिया के इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।