कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi: )ने दावा किया है कि इस बार के आम चुनाव के नतीजों ने मोदी का विचार ध्वस्त कर दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पैदा किया गया “डर” अब गायब हो गया है और यह “इतिहास” बन गया है। राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं और उन्होंने सोमवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वर्जीनिया के हर्नडॉन में कार्यक्रमों को संबोधित किया।
Rahul Gandhi: कहा, डर खत्म होने में लगे बस एक सेकंड
राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद चीजें बदल गई हैं। उन्होंने कहा, “मोदी जी द्वारा पैदा किया गया डर एक सेकंड में गायब हो गया। उस डर को पैदा करने में कई साल लग गए और काफी पैसा लगाया गया, लेकिन इसे खत्म होने में केवल एक सेकंड लगा।” उन्होंने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन “बिल्कुल बीच से” टूट गया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव लड़ने के लिए सभी को समान अवसर नहीं मिले थे और भाजपा को भारी वित्तीय बढ़त थी। उन्होंने कहा, “मैं इसे स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता हूं। मैं इसे काफी हद तक नियंत्रित चुनाव मानता हूं। अगर निष्पक्ष चुनाव होता तो भाजपा 240 सीटों के आसपास भी नहीं पहुंचती।”
निर्वाचन आयोग पर उठाया सवाल
उन्होंने निर्वाचन आयोग पर भी सवाल उठाए और कहा कि “निर्वाचन आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे। पूरा प्रचार अभियान ऐसे बनाया गया कि मोदी जी देशभर में अपना एजेंडा चला सकें।” राहुल गांधी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने अपने बैंक खाते सील होने के बीच चुनाव लड़ा और मोदी का विचार ध्वस्त कर दिया। अब जब आप प्रधानमंत्री को संसद में देखते हैं, तो वह मनोवैज्ञानिक रूप से उलझ गए हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि यह कैसे हो गया।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि आधे प्रचार के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी ने यह नहीं सोचा था कि उन्हें 300 या 400 के आसपास सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उन्हें जल्द ही समझ आ गया था कि यह चीज गलत दिशा में जा रही है। हमें पुष्ट सूत्रों से प्रतिक्रियाएं मिल रही थीं और यह साफ था कि वे मुसीबत में हैं।”
युवाओं से की बातचीत
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कई वर्षों तक गुजरात में कभी राजनीतिक रूप से प्रतिकूल स्थिति का सामना नहीं किया, फिर भारत के प्रधानमंत्री बन गए। उन्होंने कहा, “हम जानते थे कि जब उन्होंने कहा कि मैं सीधे ईश्वर से बात करता हूं, तो हमने समझ लिया कि हमने वास्तव में उन्हें हिला दिया है। लोग सोचते थे कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि ‘मैं खास हूं, मैं अलग हूं और मैं ईश्वर से बात करता हूं’। लेकिन हम इसे मनोवैज्ञानिक रूप से टूटने के तौर पर देख रहे थे।” राहुल गांधी ने अमेरिका में भारतीय समुदाय के सदस्यों और युवाओं से बातचीत की और उनकी वाशिंगटन डीसी में सांसदों और अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करने की भी योजना है।
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