अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव(US Election: ) में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गुरुवार को एकजुटता का संदेश देते हुए वादा किया कि वह ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी जो देश के सभी लोगों को साथ लेकर चलेंगी। हैरिस ने अपने भाषण में जोर दिया कि आगामी चुनाव किसी एक पार्टी या गुट के समर्थन से अधिक, एक नया रास्ता तय करने का अवसर है, जहां सभी अमेरिकियों के हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।
US Election: हैरिस ने कहा, एकजुट होकर आगे बढ़ने का समय
कमला हैरिस, जो 59 वर्ष की हैं, अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति पद के लिए किसी प्रमुख पार्टी की उम्मीदवार बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी और पहली अश्वेत महिला हैं। भारतीय-अफ्रीकी मूल की हैरिस ने शिकागो में आयोजित ‘डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन’ के दौरान अपनी उम्मीदवारी स्वीकार करने के बाद एक भावुक भाषण दिया। उन्होंने कहा, “यह चुनाव हमारे देश के लिए अतीत की कड़वाहट, निराशावाद, और विभाजनकारी राजनीति से ऊपर उठने का एक अनमोल अवसर है। यह चुनाव किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं, बल्कि अमेरिकियों के रूप में एकजुट होकर आगे बढ़ने का समय है।”
सभी अमेरिकियों के लिए राष्ट्रपति बनने का वादा
हैरिस ने स्पष्ट किया कि वह सभी अमेरिकियों की राष्ट्रपति बनने का वादा करती हैं, चाहे उनके राजनीतिक विचार कुछ भी हों। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि आज रात विभिन्न राजनीतिक विचारों वाले लोग मुझे देख रहे हैं, और मैं चाहती हूं कि आप सभी यह जान लें कि मैं सभी अमेरिकियों के लिए राष्ट्रपति बनने का वादा करती हूं। मैं एक ऐसी राष्ट्रपति बनूंगी जो हमें एकजुट करे, जिससे हम अपनी सबसे बड़ी आकांक्षाओं को पूरा कर सकें। एक ऐसी राष्ट्रपति, जो न केवल नेतृत्व करे, बल्कि सभी लोगों की बात भी सुने।”
अपने जीवन के बारे में क्या कहा हैरिस ने
कमला हैरिस ने अपने जीवन के लक्ष्यों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि उनका उद्देश्य न्याय और समानता के लिए संघर्ष करना रहा है। उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसी राष्ट्रपति बनूंगी जो यथार्थवादी, व्यावहारिक, और सामान्य ज्ञान से भरपूर हो, और जो हमेशा अमेरिकी लोगों के लिए लड़ सके। न्यायालय से लेकर व्हाइट हाउस तक, यही मेरे जीवन का लक्ष्य रहा है।”हैरिस का यह भाषण राष्ट्रपति पद के लिए उनके दृष्टिकोण और उनके नेतृत्व के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें सभी अमेरिकियों के हितों को प्राथमिकता देने का वादा किया गया है।