इसराइल और हमास के युद्ध में मंगलवार को गाजा पट्टी के अलअहली अस्पताल पर मिसाइल अटैक में लगभग 500 लोगों की मौत हुई,इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हो रही है। यह मामला इसराइल हमास या फिर इस्लामी जिहाद से किसने किया फिलहाल इसका जवाब तो किसी के पास नहीं है सभी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
लेकिन इस हमले के बाद से ही दुनिया भर में हमले की निंदा हो रही है कई देशों ने इस मामले पर इजरायल को भी घेरा है,इसके बाद इजरायल ने अपनी सफाई दी उसका कहना है कि हमले के पीछे फिलिस्तीन इस्लामी जिहाद का हाथ है,उसने इससे जुड़े कुछ सबूत भी पेश किए इससे अलग हमास यह दावा कर रहा है कि यह हमला इजरायली सेना ने ही किया है।
इजराइल का यह कहना है कि अस्पताल पर विस्फोट फिलिस्तीन इस्लामी जिहाद पीआईजे सशस्त्र समूह की तरफ से लांच किए गए एक असफल रॉकेट के गिरने की वजह से हुआ है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि आईडीएफ ऑपरेशनल सिस्टम के विश्लेषण से ही पता चलता है कि गाजा में आतंकवादियों की तरफ से रोकेटो की बौछार की गई थी यह सभी रॉकेट गाजा में अलअहली अस्पताल के करीब से गुजर रहे थे और उन्हीं रोकेटो में से एक असफल रॉकेट गिरने के बाद यह विस्फोट हुआ।
इजरायली सैन्य प्रवक्ता रेयर एड्रिमल डेनियल हगाारी की तरफ से मीडिया को बताया गया कि हमले के वक्त पीआईजे के की तरफ से दागे गए रॉकेट में से ही एक रॉकेट अस्पताल पर गिरा। हमारे सैन्य ड्रोन फुटेज में अस्पताल पर हमले का एक फुटेज है, उनका कहना है कि अस्पताल में विस्फोट के वक्त इलाके में इसराइल वायु सेवा का ऑपरेशन हुआ था लेकिन यह एक तरह अलग तरह की गोला बारूद के साथ था जो हमारे पास मौजूद अस्पताल के फूटेज से फिट नहीं बैठता है।
इसके अलावा पग इजरायल के आरोपी को भी खारिज किया है उसका कहना है कि दुश्मन अपने झूठ गढकर और फिलिस्तिीनी में इस्लामी जिहाद आंदोलन पर दोष मढ़कर गाजा में अस्पताल पर बमबारी कर क्रूर बर्बरता के लिए अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहा है। दुश्मन की तरफ से लगाए गए आरोप झूठे और निराधार है। हमास से जुड़े कुछ लोगों ने अल जजीरा को भी बताया कि इसराइल पहले भी ऐसे झूठे आरोप लगा चुका है
लेकिन जो पड़ताल हुई है उसके मुताबिक दोनों पक्षों के दागों के बीच बीबीसी ने अलजीरा की वीडियो फुटेज स्टील इमेजरी मौके पर जाकर और प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत करके यह जानने की कोशिश की की आखिर सच क्या है बीबीसी ने विस्फोट से जुड़े वायरल फुटेज को लगभग 20 हथियार एक्सपर्ट को दिखाया और जानने की कोशिश की कि क्या इसी से अस्पताल में तबाही मची है लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला
मौके पर मिसाइल के टुकड़े भी नजर नहीं आ रहे हैं। इस मलबे से आसानी से पहचान हो जाती है कि वह किसका था ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर मलबा किसने हटाया।