हरियाणा के गुड़गांव से गिरफ्तार हुए मोनू मानेसर से संबंधित कई खुलासे हो रहे हैं। बता दें, मोनू मानेसर को राजस्थान के नासिर जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है। मोनू मानेसर को गौरक्षक के नाम से जाना जाता है। लेकिन, अब एक बड़ा खुलासा मोनू मानेसर के बारे में हुआ है। मोनू मानेसर गैंगस्टर बनना चाहता था और लॉरेंस ग्रुप में शामिल होना उसका सपना था। वह लगातार लॉरेंस ग्रुप में शामिल होने के लिए संपर्क बनाता था।
लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से मोनू मानेसर के अच्छे रिश्ते बताए जा रहे हैं। गिरफ्तारी से पहले दोनों के बीच बातचीत हुई है। दोनों एक विशेष एप सिग्नल से बात करते थे। मोनू मानेसर और अनमोल बिश्नोई के बीच 27 अगस्त से एक विशेष सिग्नल के द्वारा बात होती थी इसमें इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल भी एक्सचेंज होती थी। लेकिन अभी तक पुलिस ने इससे जुड़ी कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है। बात शुरू करने से पहले मोनू मानेसर जय श्री राम लिखता था।
गौरतलब है कि मोनू मानेसर पर भिवानी में हुए नासिर जुनैद हत्याकांड में शामिल होने का आरोप था जिसमें मोनू मानेसर पिछले 8 महीनों से फरार चल रहा था। लेकिन, हरियाणा पुलिस की सहायता से राजस्थान पुलिस ने मोनू मानेसर को गुड़गांव की मार्केट से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस ने मोनू मानेसर को रिमांड पर मांगा। लेकिन, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में मोनू मानेसर को भोंडसी जेल में भेज दिया गया है। इसके अलावा मोनू मानेसर पर नूह हिंसा में शामिल होने का भी आरोप है।