देश रोज़ाना: हरियाणा प्राचीन काल से योद्धाओं, किसानों और खिलाड़ियों की भूमि रही है। युद्ध भी प्राचीनकाल में खेल के अंतर्गत आते थे। युद्ध कला की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती थीं। तब युद्ध खेल भी थे और आजीविका का साधन भी। अब युद्धों का स्वरूप बदल गया है और खेल से युद्ध को अलग कर दिया गया है। लेकिन प्राचीनकाल में हरिधान्यका के नाम से मशहूर हरियाणा आज भी खेलों में बहुत आगे है। हमारे देश को हरियाणा ने ढेर सारे खिलाड़ी दिए हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। पिछले दिनों चीन में हुए एशियाई खेलों में भी हरियाणा के छोरे-छोरियों ने सफलता का परचम लहराया है। उन्होंने चीन में देश-प्रदेश के साथ-साथ अपने माता-पिता का भी नाम रोशन किया है। ऐसे में इन खिलाड़ियों का सम्मान करना देश और प्रदेश का कर्तव्य बन जाता है।
अपने इस कर्तव्य को निभाने में मुख्यमंत्री मनोहर लाल कभी पीछे नहीं रहे। पिछले नौ सालों में मनोहर लाल हर उस मौके पर मौजूद रहे हैं जहां भी खिलाड़ियों को उनकी जरूरत महसूस हुई है या फिर खिलाड़ियों को सम्मानित करने की जरूरत महसूस हुई है। शुक्रवार को ही करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्हें पुरस्कार की धनराशि और नौकरियों के आफर लेटर प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर फरीदाबाद जिले में स्पोर्ट्स कांप्लेक्स और यमुनानगर के तेजली स्टेडियम में तीरंदाजी केंद्र खोलने की घोषणा की। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि झज्जर के गांव निमाना और पंचकूला के सेक्टर 32 में शूटिंग रेंज स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश में खेलो इंडिया के तहत पहले चरण में दस और पांच जिलों में खेल केंद्र स्थापित किए जाएंगे। वैसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस बात का भी आश्वासन दिया कि यह मुहिम यहीं तक सीमित नहीं रहेगी।
पूरे प्रदेश में खेल केंद्र और शूटिंग रेंज स्थापित करने की कोशिश जल्दी से जल्दी की जाएगी। पिछल नौ वर्षों में मुख्यमंत्री ने युवाओं के विकास और रोजगार उपलब्ध कराने का हरसंभव प्रयास किया है। सरकार चाहती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लड़के-लड़कियां खेलों में भाग लें। लोगों में खेल के प्रति जागरूकता पैदा हो। इसके लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वे खिलाड़ियों को हर सुविधा प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए छोटे और स्थानीय खेलों को भी प्रोत्साहित करने के लिए एसोसिएशन को सुविधाएं और धन मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार के इन्हीं प्रयासों के चलते हरियाणा का नाम खेलों में सबसे ऊपर है। दूसरे राज्य भी हरियाणा की शैली और तौर तरीके अपनाकर अपने यहां खेलों को प्रोत्साहन देने का प्रयास कर रहे हैं।
– संजय मग्गू