इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) ने बुधवार को एक खास घटना दर्ज की है। स्पेस (Space News) में कचरा डंपिंग के लिए रवाना हुआ एक विमान पृथ्वी के वायुमंडल में दाखिल होते ही आग की लपटों में बदल गया। आईएसएस पर सवार एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने इस घटना को कैमरे में कैद किया है।
Space News:कैसे आग की लपटों में बदल गया स्पेसक्राफ्ट
हम जानते हैं कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर चक्कर लगा रहा है। बुधवार को स्पेस स्टेशन में सवार एक वैज्ञानिक को एक खास घटना दिखी। दरअसल, आईएसएस से कचरा लेकर आ रहे एक स्पेसक्राप्ट पृथ्वी के ग्रैविटेशन फोर्स के दायरे में आते ही विस्फोट कर गया। स्पेसक्राफ्ट में आग लग गई। यह नजारा किसी आतिशबाजी से कम नहीं था।
कैसे कचरे लेकर आ रहा था स्पेसक्राफ्ट
बता दें कि स्पेसक्राफ्ट अपने साथ ‘पुराने उपकरण’ और ‘घरेलू कचरा’ लेकर निकला था। ये सारे वही सामान थे जिसकी अब स्पेस स्टेशन पर जरूरत नहीं रह गई थी। स्पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, जो स्पेसक्राफ्ट आईएसएस से रवाना हुआ, उसका नाम प्रोग्रेस एमएस-23 (Progress MS-23) था। यह रूस का कार्गो स्पेसक्राफ्ट था। आईएसएस से निकलने के ठीक 4 घंटे बाद नासा की वैज्ञानिक जैस्मीन मोघबेली (Jasmin Moghbeli) ने स्पेसक्राफ्ट को स्पॉट कर लिया। स्पेसक्राफ्ट, पृथ्वी के वायुमंडल में जल गया था, जिससे आईएसएस सवार अंतरिक्ष यात्री ने उसकी कुछ तस्वीर क्लिक कर लीं।
वैज्ञानिक ने आखिर क्या बताया
स्पेसक्राफ्ट में सवार वैज्ञानिक जैस्मीन मोघबेली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर लिखा, मैंने जितना सोचा था, यह सब उससे कहीं ज्यादा तेजी से हुआ। सिर्फ 2-3 मिनट के लिए ही दिखाई दिया। इसने मुझे कुछ हद तक आतिशबाजी की याद दिला दी।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने क्या कहा
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कहा कि स्पेसक्राफ्ट में मौजूद ज्यादातर चीजें पृथ्वी से ऊपर ही जलकर राख हो गईं। कुछ चीजें प्रशांत महासागर में चली गईं। आईएसएस पर यह कोई पहली घटना नहीं है। दोबारा इस्तेमाल ना हो सकने वाले कार्गो को कई बार आईएसएस से भेजा जाता है।
क्या है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन कई देशों का जॉइंट प्रोजेक्ट है। इसमें अमेरिका और रूस भी शामिल हैं। आईएसएस पर अंतरिक्ष यात्रियों का एक दल हमेशा तैनात रहता है। यह दल विज्ञान से जुड़े प्रयोगों व दूसरे कामों को पूरा करता है। आईएसएस पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाता है। यह जिन देशों के ऊपर से गुजरता है, उसकी जानकारी शेयर करता है।