BJP-JJP Alliance: हरियाणा में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से ठीक पहले की राजनीति में एक बड़ी हलचल देखने को मिल रही हैं। बता दें कि प्रदेश में पिछले चार साल से चल रहे बीजेपी (BJP) और जेजेपी (JJP) का गठबंधन टूट गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minriste Manohar Lal Khattar) सहित उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने इस्तीफा दे दिया है और अब हरियाणा में एक नए सिरे से मंत्रिमंडल का गठन होगा, लेकिन इसमे उसकी सहयोगी जेजेपी (JJP) नहीं होगी। हालंकि जेजेपी (JJP) का साथ छोड़ने के बाद अब लोकसभा चुनावों में बीजेपी (BJP) पर क्या असर पड़ेगा इसके बारे में भी चर्चा शुरू हो गई। हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर बीजेपी (BJP) का कब्जा है। लेकिन जेजेपी (JJP) से गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी (BJP) को एक दो सीटों पर नुकसान हो सकता है। चलिए जानते हैं कि बीजेपी (BJP) को कौन सी सीटों पर नुकसान हो सकता है।
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हिसार की सीट पर क्या असर हो सकता है
हरियाणा की हिसार में लोकसभा सीट काफी अच्छी सीट मानी जाती है। लेकिन लोकसभा क्षेत्र से बृजेंद्र चौधरी ने बीजेपी (BJP) से इस्तीफा दे दिया हैं और साथ ही कांग्रेस में शामिल हो गए है। 2019 में लोकसभा चुनाव में बृजेंद्र सिंह (Brijendra Singh) ने जननायक पार्टी के दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को हराया था और साथ ही तीसरे नंबर पर कांग्रेस के भव्य बिश्नोई (Bhavya Bishnoi) थे। सूत्रों की मानें तो हिसार सीट पर बीजेपी (BJP) कुलदीप बिश्नोई (Bishnoi) को चुनाव लड़वा सकती है। अगर कांग्रेस की बात करें तो बीजेपी (BJP) से आए बृजेंद्र सिंह (Brijendra Singh) वो उम्मीदवार बना सकते हैं लेकिन जेजेपी (JJP) से गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी (BJP) के लिए सीट को बचाना चुनौती बन सकती है।
कैसे बनी जननायक जनता पार्टी
2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) बीजेपी (BJP) के बृजेंद्र सिंह (Brijendra Singh) से 3,14,068 लाख वोटों से हार गए थे। दरअसल लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में बृजेंद्र सिंह (Brijendra Singh) को 603,289 लाख वोट मिले थे और दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने 289,221 लाख वोट हासिल किए थे। बता दें कि दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने आईएनलडी (INLD) छोड़कर नई पार्टी बनाई थी। उसका नाम जननायक (people’s leader) जनता पार्टी रखा गया था। जिस के साथ ही पहली बार चुनाव मैदान में उतरी जेजेपी (JJP) भले ही कोई सीट न जीत पाई हो लेकिन प्रदर्शन कई दूसरी पार्टियों से अच्छा था। अगर हिसार में जेजेपी (JJP) अजय चौटाला को मैदान में उतारती है तो बीजेपी (BJP) के लिए ये सीट बचाना मुश्किल हो जाएगा।
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