फरीदाबाद। स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में यूं तो कॉलेजों की भरमार है, लेकिन शहर के बीचो-बीच स्थित सेक्टर-16 ए के जवाहर लाल नेहरू कॉलेज, सरकारी कॉलेज फॉर वूमेन के अलावा एनएच तीन स्थित केएल मेहता दयानंद कॉलेज और सेक्टर-आठ स्थित जेसी बोस यूनिवर्सिटी की तरफ छात्रों का रुझान अधिक है। यहां कम पैसों में बेहतर पढ़ाई की सुविधाओं से छात्र खुश हैं।
कॉलेजों की स्थिति: जिले में कुल दस कॉलेज हैं और उनमें 10754 सीटें हैं। जिले में सात गवर्नमेंट कॉलेज और तीन गवर्नमेंट एडेड कॉलेज हैं, डीएवी शताब्दी कॉलेज, केएल मेहता दयानंद कॉलेज, अग्रवाल कॉलेज शामिल। सेक्टर-16ए स्थित राजकीय महाविद्यालय में 17 कोर्स हैं, जिनमें 2764 सीटें हैं। सेक्टर-16ए राजकीय महिला महाविद्यालय में छह कोर्स हैं और 680 सीटें। राजकीय महाविद्यालय खेड़ी गुजरान में दो कोर्स में 360 सीटें, तिगांव के शहीद स्मारक राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में छह कोर्स में 740 सीटें, नचौली राजकीय कन्या महाविद्यालय में तीन कोर्स में 320 सीटें, मोहना राजकीय कन्या महाविद्यालय में तीन कोर्स में 260 सीटें, बल्लभगढ़ के सुषमा स्वराज राजकीय कन्या कॉलेज में छह कोर्स में 720 सीटें, एनएच तीन स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में 12 कोर्स में 1700 सीटें, एनएच-तीन स्थित दयानंद महिला कॉलेज में 10 कोर्स में 1310 सीटें और बल्लभगढ़ स्थित अग्रवाल कॉलेज में 14 कोर्स में 2100 सीटें हैं।
बहुत पुराना है नेहरू कॉलेज: इस कॉलेज को कल्चरल व स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों के लिए भीजाना जाता है। इस कॉलेज की स्थापना 1971 में हुई थी। 52 साल पुराने इस कॉलेज की शुरुआत एक छोटे स्कूल के रूप में हुई थी। फरीदाबाद के सभीकॉलेजों के मुकाबले ज्यादा जगह व ज्यादा सीटें इसी कॉलेज में हैं। नेहरू कॉलेज के प्रिंसिपल एमके गुप्ता ने बताया कि प्ले बैक सिंगर हिमानी कपूर, क्रिकेटर अजय रतड़ा, निशानेबाज श्वेता चौधरी, नेशनल आर्टिस्ट ब्रजमोहन, जिमनास्ट जिले सिंह, इन्कम टैक्स कमीशन में एकाउंटेंट मैम्बर प्रदीप कुमार केडिया इसी कॉलेज से पासआउट हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज में किसी तरह की जानकारी लेने के लिए फोन नम्बर: 0129-2269135 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
सरकारी कॉलेज फॉर वूमेन: महिलाओं के लिए सरकारी कॉलेज, फरीदाबाद हरियाणा एक मान्यता प्राप्त संस्थान है। इसकी स्थापना 1992 में हुई थी। प्रिंसिपल नरेन्द्र ने बताया कि 31 साल पुराने इस कॉलेज में लड़कियों के लिए कई ऐसे कोर्स हैं, जिनके माध्यम से वे अपने करियर को आगे बढ़ा सकती है। ट्यूरिज्म मैनेजमेंट की प्रोफेसर डॉ. प्रीति रैना का कहना है कि यूनिवर्सिटी में पर्यटन विभाग की छात्राओं ने बीते वर्ष टॉप किया था। यह फरीदाबाद का ऐसा पहला कॉलेज है जिससे कम पैसों में विद्यार्थियों को पर्यटन में करियर बनाने की पढ़ाई कराई जा रही है। बीजेएमसी की प्रोफेसर शालिनी खुराना ने बताया कि आज के युवा होटल, मीडिया और व्यापार इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में युवाओं की दिलचस्पी बढ़ी है। देश के अलग-अलग शहरों में पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन के सरकारी और गैर सरकारी इंस्टीट्यूट मौजूद हैं। लेकिन फरीदाबाद के महिला महाविद्यालय की कई छात्राएं इस कोर्स को पूरा करने के बाद आज बड़े चैनलों और नेशनल अखबारों में काम कर रही हैं।
मोहना और नचौली: सरकार ने मोहना और नचौली, बल्लभगढ़ में तीन नए कॉलेज शुरू करने की घोषणा की थी। गांव मोहना में बन रहे कॉलेज का निर्माण कार्य चल रहा है। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. एसएस गुलिया ने बताया कि उनके पास मोहना का चार्ज है। वर्ष 2018 में कॉलेज के लिए दाखिले की प्रक्रिया नेहरू कॉलेज में हुई थी। मोहना कॉलेज में कुल 260 सीटें हैं। फिलहाल गांव के सरकारी स्कूल में चार कक्षों में कॉलेज की कक्षाएं लग रही हैं। नचौली में बन रहे विश्वविद्यालय की इमारत का कार्य अभीपूरा नहीं हुआ है, जिस कारण से उसकी कक्षाएं फिलहाल सेक्टर-16 ए स्थित सरकारी कॉलेज फॉर वूमेन में लगाई जा रही हैं। इसकी प्रिंसिपल सुनिधि हैं।
जेसी बोस: जेसी बोस यूनिवर्सिटी आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद की स्थापना वर्ष 1968 में हुई थी, जिसमें पहला बैच 1969 में आया। 2009 में इसे विश्वविद्यालय घोषित किया गया। इसमें 200 से ज्यादा फैकल्टी मेंबर हैं। कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय ने मौजूदा एवं नए पाठ्यक्रमों के लिए सुविधाएं सृजित करने के उद्देश्य से कई कदम उठाए गए हैं।