Monday, December 23, 2024
16.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeEDITORIAL News in Hindiआखिर कब तक सड़क हादसों में गंवाते रहेंगे लोग अपनी जान?

आखिर कब तक सड़क हादसों में गंवाते रहेंगे लोग अपनी जान?

Google News
Google News

- Advertisement -

लापरवाही और तेज गति ज्यादातर सड़क हादसों का मुख्य कारण है। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे पर वोल्वो बस में लगी आग में दस लोग जिंदा जल गए। हादसे में 25 लोग झुलस गए हैं जिनमें से पांच लोगों की हालत काफी गंभीर है। सवाल यह है कि जब आए दिन सड़कों पर हादसे हो रहे हैं, देश और प्रदेश सरकार बार-बार वाहन चालकों और वाहन मालिकों से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने की बार-बार गुहार लगा रहे हैं, ऐसी हालत में वाहन चालक और मालिक सुरक्षा पर ध्यान क्यों नहीं देते हैं। केएमपी एक्सप्रेस वे पर धुलावट गांव के पास हुए हादसे के बारे में जितनी जानकारी आई है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि कुछ गलती बस चालक की थी और कुछ सरकारी स्तर पर गलतियां हुई हैं। सरकार सड़कों का निर्माण तो कर रही है,

एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इन सड़कों पर गति पर निगाह रखने वाले कैमरे या तो लगे नहीं हैं या फिर काम नहीं कर रहे हैं। नतीजा, चालक बेलगाम होकर अपने वाहन को दौड़ा रहे हैं। स्पीड मापने वाले यंत्र या कैमरे नहीं लगे होने से वाहन चालक मनमानी पर उतर आते हैं। ज्यादातर सड़कों पर अंधेरा भी सड़क हादसों का कारण बनता है। अचानक सामने वाहन के आ जाने से चालक घबराहट में गलत कदम उठा लेते हैं और हादसा हो जाता है। यदि आंकड़ों पर बात की जाए, तो पिछले साल जनवरी से अब तक एक्सप्रेस वे पर हुए हादसों में लगभग सौ ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इतना ही नहीं, कई सौ लोग घायल भी हो चुके हैं।

यह भी पढ़ें : सेवक की तरह होना चाहिए राजा

हरियाणा में सड़क हादसे कम नहीं हो रहे हैं। प्रदेश में वर्ष 2021 में 10,049 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। अगले साल यानी वर्ष 2022 में यह आंकड़ा मामूली रूप से बढ़कर 10,654 हो गया। प्रदेश में वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 4,983 लोगों की मौत हुई, जबकि वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 5,228 रहा। राज्य में इन दो वर्ष में दुर्घटनाओं में क्रमश: 7,972 और 8,353 लोग घायल हुए। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में हर दिन तीन पैदल यात्रियों और हर दूसरे दिन एक साइकिल यात्री को जान गंवानी पड़ी है।

सड़क हादसों का दुखद पहलू यह है कि इन सड़क हादसों में अपंग होने वाले लोग जीवन भर के लिए अपने परिवार पर बोझ बनकर रह जाते हैं। इनका जीवन भी बहुत कष्टमय बीतता है। इन बातों की जानकारी होने के बावजूद लोग लापरवाही बरतते हैं। अब केएमपी एक्सप्रेस वे पर हुई दुर्घटना के बारे में बात करें, तो सब चालक को पता ही नहीं लगा कि बस में आग लग चुकी है। जब लोगों ने आकर उसे बताया तो वह लोगों की मदद करने की जगह दूसरी जगह जाकर खड़ा हो गया।

Sanjay Maggu

-संजय मग्गू

लेटेस्ट खबरों के लिए क्लिक करें : https://deshrojana.com/

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

Mahakumbh:अवध की पेशवाई यात्रा प्रयागराज पहुंची

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में (Mahakumbh:)गंगा और यमुना के त्रिवेणी संगम के किनारे से ड्रोन द्वारा ली गई तस्वीरें 2025 के महाकुंभ मेला के...

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथीन में लगा दंत चिकित्सा शिविर

सुबह खाने के बाद व रात को सोने से पहले अवश्य करें ब्रश :डिप्टी सिविल सर्जन एवं डेंटल सर्जन डॉ रामेश्वरीकैंसर से बचने...

भारत और चीन उपयुक्त रास्ते पर, परंतु भरोसा जल्दबाजी

शगुन चतुर्वेदीभारत और चीन पांच साल बाद सीमा विवाद समाधान हेतु गठित विशेष प्रतिनिधिमंडल की उच्च स्तरीय वार्ता पिछले दिनों संपन्न हुई। यह 23वीं...

Recent Comments