लोकसभा चुनाव के जिस नतीजे का भारत के लोगों को बड़ी बेसब्री से इंतजार था, वह घड़ी आखिरकार आ ही गई। अब तक जो परिणाम आए हैं, वह एग्जिट पोल से बिल्कुल उलट हैं। एक जून को मतदान के बाद आए लगभग सभी एग्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड जीत की ओर अग्रसर बताया गया था। कुछ एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों ने तो एनडीए को चार सौ पार जाते हुए दिखाया था। हरियाणा में जरूर कुछ सीटों का नुकसान होता एग्जिट पोल में दिखाया गया था। हरियाणा सरकार और भाजपा संगठन सभी दस लोकसभा सीटों के साथ-साथ करनाल में होने वाले विधानसभा के उप चुनाव को जीतने का दावा किया था।
करनाल विधानसभा का उप चुनाव मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी लड़ रहे थे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सरदार त्रिलोचन सिंह को हराकर सफलता हासिल की है। करनाल लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस के प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा को पराजित करने में सफलता हासिल कर ली है। वहीं गुरुग्राम लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी और फिल्म अभिनेता राज बब्बर को भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह हरा चुके हैं। सिरसा सीट से कांग्रेस की कुमारी सैलजा ने अशोक तंवर और रोहतक सीट से दीपेंद्र हुड्डा भाजपा उम्मीदवार अरविंद शर्मा को हराकर चुनाव जीत चुके हैं। सोनीपत सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी भी भाजपा के मोहन लाल बडौली को हराकर चुनाव जीत चुके हैं।
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हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी ने बीजेपी के रणजीत सिंह चौटाला को हरा दिया है। भिवानी महेंद्रगढ़ में भाजपा उम्मीदवार धरमबीर सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह को पराजित कर दिया है। कुरुक्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल ने इंडिया गठबंधन (आप) के प्रत्याशी सुशील गुप्ता को पराजित कर दिया है। फरीदाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह को हरा दिया है।
अगर प्रदेश की दसों लोकसभा सीटों का विश्लेषण किया जाए, तो यह चुनाव मुख्यत: अपनी-अपनी पार्टी से भितरघात की वजह से काफी रोचक हो गया था। भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने अपने शीर्ष नेतृत्व को यह बताया था कि उनके कुछ पार्टी नेताओं ने न केवल चुनाव प्रचार में साथ नहीं दिया, बल्कि विरोधी दल के उम्मीदवारों को जिताने की अपील भी की। अपने ही साथियों पर साथ न देने का आरोप लगाने वाले उम्मीदवारों ने भितरघात करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। अब जब चुनाव परिणाम आ चुका है और प्रदेश में लोकसभा चुनाव का मामला बराबरी पर रहा है अर्थात दस में से पांच सीटों पर भाजपा और पांच सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है।
-संजय मग्गू
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