रेसलर बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स में ट्रायल दिए बिना ही सीधे एंट्री मिल गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने सूत्रों के मुताबिक बताया कि एड-हॉक कमेटी के द्वारा छूट दिए जाने की वजह से एशियन गेम्स में बिना ट्रायल के ही खेल सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ इस फैसले पर सवाल खड़े कर रह हैं। उनका कहना है कि इतने समय से पहलवान प्रदर्शन कर हैं उन्होंने पहलवानों के ट्रायल की मांग की है जबकि वे लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं।
इस दौरान पहलवान विशाल कालीरमन ने कहा कि, ‘मैं भी अंडर 65kg कैटेगरी में खेलता हूं और बजरंग पुनिया को एशियन गेम्स में बिना ट्रायल के ही सीधा एंट्री दे दी गई। ये लोग करीब 1 साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि हम लगातार प्रैक्टिस करते आ रहे हैं। हम इनके ट्रायल की भी मांग करते हैं। हम कोई लाभ या फेवर नहीं चाहते हैं लेकिन ट्रायल तो कम से कम करवाना चाहिए वरना हम भी हम भी अदालत जाने को तैयार हैं, हम कोर्ट में अपील करेंगे। हम पिछले 15 सालों से इसके लिए तैयारी कर रहे हैं। अगर बजरंग पुनिया एशियन गेम्स में हिस्सा लेने से इंकार कर देते हैं तो किसी और को एशियन गेम्स में खेलने का मौका मिल सकेगा।’
बृजभूषण केस में कार्यवाही की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे पहलवान
पिछले दिनों भाजपा सासंद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कई पहलवान प्रदर्शन कर रहे थे। बृजभूषण सशरं सिंह पर आरोप थे कि उन्होंने रेस्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पद पर रहते हुए महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया। इन आरोपों को लेकर बृजभूषण के खिलाफ पहलवान कार्यवाही की मांग कर रहे थे।
कोर्ट ने दी दो दिन की अंतरिम जमानत
इस मामले पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में मंगलवार 18 जुलाई को सुनवाई हुई। जिसमें कोर्ट ने बृजभूषण को दो दिन की अंतरिम जमानत दी है। दरअसल बृज भूषण सिंह को जांच के दौरान गिरफ्तार नहीं किया गया था और वह बिना किसी दंडात्मक प्रक्रिया के कोर्ट सामने पेश हुए ठये जिसको देखते हुए कोर्ट ने बृजभूषण को राहत दी है। बृजभूषण को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल ने 25,000 रुपये के निजी मुचलके पर राहत दी है।