Friday, October 18, 2024
35.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeIndiaकिसने चखाया भारत को पाइनएपल का स्वाद, कितने समय में उगा पहला...

किसने चखाया भारत को पाइनएपल का स्वाद, कितने समय में उगा पहला पाइनएपल

Google News
Google News

- Advertisement -

देश रोजाना: अनानास एक ऐसा फल है। जो बाकी सभी फलों की शोभा बढ़ाता है। शादी विवाह में फलों की टोकरी तैयार की जाती है। और अंतिम लुक अनानास के साथ दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कैसे अनानास भारत पहुंचा??अनानास स्पेन के रास्ते अमेरिका से 1000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करके भारत पहुंचा है।

जब पुर्तगाली कारोबार करने की उम्मीद से भारत पर पहुंचे थे तो वह अपने साथ अनानास का फल लेकर आए थे। कारोबार की मंशा से निकला कोलंबस का काफिला जहाज को समुद्र के किनारे खड़ा करके कुछ खाने की तलाश में पास के गांव में पहुंचे। गांव वालों ने समुंद्री मेहमानों को अच्छा खाना परोसा। जिसके बाद उन्हें खाने में पाइनएप्पल दिया।

कोलंबस स्कूल पाइनएप्पल खाने में काफी स्वादिष्ट लगा जिसके बाद वे स्वदेश लौटी तो अपने साथ पाइनएप्पल लेकर गए। जिसके बाद राजा भी इस फल का दीवाना हो गया और पूरे यूरोप में पाइनएप्पल उगाने का आदेश दिया। यूरोप में पाइनएप्पल उगाने में पूरे 200 साल लग गए थे। क्योंकि जमीन और मौसम पाइनएप्पल उगाने के लिए सही नहीं था।इस तरह भारत में पाइनएपल आया।

पाइनएप्पल का ऊपर हिस्साहटाने के बाद जो बचता है उसका रस निकालकर फॉर्मेट करके वहीं पर विनेगर भी तैयार किया जाता है। जल्द ही वह दिन आ सकता है कि हम आपसे किसी पाइनएप्पल पार्टी में मिलेंगे और पाइनएप्पल के बने साबुन कपड़े जूते प्लेट वाइन और इससे रसीले फल का इस्तेमाल करेंगे।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

Delhi Metro: इस रविवार सुबह सवा तीन बजे दौड़ेगी मेट्रो, DMRC ने किया टाइमिंग में बदलाव

दिल्ली हाफ मैराथन आयोजित होने के कारण रविवार को तड़के सवा तीन बजे से मेट्रो का परिचालन होगा। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (नई दिल्ली-टर्मिनल तीन)...

सलमान खान पर बढ़ते खतरे: लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी: बाबा सिद्दीकी की हत्या का प्रभाव

हाल ही में एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस...

INDvsNZ: दूसरे दिन गिरे 13 विकेट, कॉन्वे ने बल्लेबाजी में दिखाया दम

पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन, भारतीय टीम के लिए हालात काफी खराब रहे। शुरुआती दिन बारिश के कारण टॉस भी नहीं हो सका और दिन पूरी तरह से धुल गया। दूसरे दिन खेल निर्धारित समय से 15 मिनट पहले शुरू हुआ और कुल 13 विकेट गिरे। भारतीय पारी: न्यूजीलैंड के गेंदबाज मैट हेनरी और विलियम ओरुर्के ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारत को पहली पारी में 46 रन पर ऑलआउट कर दिया। यह घरेलू मैदान पर भारत का टेस्ट में सबसे कम स्कोर है। हेनरी ने पांच विकेट और ओरुर्के ने चार विकेट झटके। ऋषभ पंत ने भारतीय पारी में सबसे ज्यादा 20 रन बनाए। न्यूजीलैंड की पारी: बल्लेबाजी में न्यूजीलैंड की ओर से डेवॉन कॉन्वे ने शानदार प्रदर्शन किया। स्टंप तक न्यूजीलैंड ने तीन विकेट पर 180 रन बना लिए और 134 रनों की बढ़त हासिल कर ली। रचिन रवींद्र और डेरिल मिचेल क्रीज पर मौजूद हैं। भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया। समीक्षा: भारतीय बल्लेबाजी बेहद खराब रही और पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद गेंदबाजी में भी टीम इंडिया का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा। न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम और डेवॉन कॉन्वे ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। कॉन्वे का प्रदर्शन: डेवॉन कॉन्वे शतक से चूक गए और 91 रन बनाकर पवेलियन लौटे। भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें बोल्ड किया। निष्कर्ष: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला ओवरकास्ट कंडीशन में गलत साबित हुआ। भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और न्यूजीलैंड के खिलाफ अब तक का सबसे कम स्कोर दर्ज किया गया। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

Recent Comments