गुरुग्राम/मानेसर। कासन की 1810 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के विरोध में किसानों का अनशन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को अच्छी खासी संख्या में क्षेत्र के लोग किसानोे के धरने का समर्थन करने पहुंचें। इसके अलावा कांग्रेस सहित कई अन्य दलों के जिला स्तरीय नेताओं ने भी पीड़ित किसानों से मुलाकात कर उन्हें अपना समर्थन दिया।
इस दौरान आमरण अनशन पर बैठे कासन निवासी रोशन, मानेसर निवासी धर्मबीर, कुफरपुर निवासी महेंद्र, सहरावन निवासी मोून व राजेंद्र यादव से क्षेत्र के प्रबुद्व लोगों तथा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने अनशन खत्म करने की अपील भी की, लेकिन वे अपने संकल्प पर अडिग रहे। उसके बाद अब क्षेत्र की सरदारी द्वारा किसानों के समर्थन में जल्द ही महापंचायत बुलाने की तैयारी की जा रही है।
अनशन कर रहे किसानों ने कहा कि वे पिछले एक वर्ष से पूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से धरना दे रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने वार्ता के जरिए समस्या के समाधान का झांसा देकर कदम-कदम पर किसानों को धोखा देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत और प्रयास ईमानदार होते तो आज किसानों को इस तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी में अनशन पर बैठेने लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार किसानों की मांग पूरा नहीं करती, आंदोलन जारी रहेगा चाहे हमारी जान ही क्यों न चली जाए।
भाजपा को भारी पड़ेगी किसानों की अनदेखी : राजेश यादव
मानेसर। किसानों को समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस नेता राजेश यादव ने प्रदेश की खट्टर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा सरकार के कुशासन से आज किसानों के साथ-साथ समाज का हर वर्ग परेशान है। ये शर्म की बात है कि देश की जनता का पेट भरने वाला किसान जिसे अन्नदाता कहा जाता है, आज अपने हक के लिए भूख हड़ताल पर बैठा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को किसानों की अनदेखी भारी पड़ेगी। एक ओर भाजपा नेताओं द्वारा जहां खुलेआम संसाधनों की लूट की जा रही है वहीं किसान अपने अधिकार के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर है। आज केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ समाज के सभी वर्गो में भारी रोष व्याप्त है जिसकी वजह से आगामी लोकसभा और हरियाणा विधानसभा के चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना तय है।