Delhi Police ने उन लोगों को दंडित किया है, जिन्होंने 8 साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी और पुलिस के समय को बर्बाद किया। इन लोगों को थाने में सेवा करने का आदेश दिया गया है। यह मामला 2014 में शुरू हुआ था, जब कुछ लोगों ने Delhi Police पर अवैध रूप से हिरासत में लेने और उनसे मारपीट करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि लोगों ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी और उन्हें बचाया गया था।
मामले की सुनवाई Delhi High Court में हुई और 2022 में कोर्ट ने दोनों पक्षों को समझौता करने का आदेश दिया। समझौते के तहत, लोगों ने पुलिस से माफी मांगी और थाने में सेवा करने का वचन दिया। पुलिस ने कहा कि यह सजा एक चेतावनी है कि जो लोग पुलिस के समय को बर्बाद करते हैं, उन्हें सजा भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का काम लोगों की मदद करना है, और वे किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं करेंगे।
यह पहला मौका नहीं है जब Delhi Police ने लोगों को थाने में सेवा करने की सजा दी है। इससे पहले भी, पुलिस ने ऐसे लोगों को सजा दी है, जिन्होंने पुलिस के समय को बर्बाद किया है या पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया है। पुलिस का कहना है कि यह सजा लोगों को कानून के प्रति सम्मान और पुलिसकर्मियों के प्रति सम्मान सिखाने के लिए है। उन्होंने कहा कि वे ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे जो पुलिस के समय को बर्बाद करते हैं या पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।