दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पहलवानों का 24वां दिन है।आज पहलवानों के आह्वान पर देश भर के सभी जिला मुख्यालयों पर पहलवानों के समर्थन में राष्ट्रपति को न्याय दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा जाएगा। सभी महिला मंत्रियों, सांसदों को आज से पहलवान चिट्ठी भेजेंगे। सोमवार को धरने में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पहुंचे थे। धरने में पहुंच कर उन्होंने न्याय न मिलने तक शामिल होने का ऐलान किया था। उन्होंने यह भी कहा कि अब मंगलवार से उनके प्रशंसक यहां पहुंचने लगेंगे।
जो ज्ञापन राष्ट्रपति को सौपा जाना है उसमे लिखा होगा कि महिला पहलवानों के दिल्ली में जंतर मंतर पर चल रहे धरने को आज 24 दिन हो गए हैं। लेकिन सरकार पहलवानो की आवाज सरकार सुनने का नाम नहीं ले रही है। महिला पहलवानों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है, लेकिन आज वे अपने साथ हुए उत्पीड़न के लिए न्याय के लिए सड़कों पर हैं।
यहां तक कि उन्हें अपने उत्पीड़न के खिलाफ FIR करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ा। उनके प्रति पुलिस और प्रशासन का रवैया उदासीन प्रतीत होता है क्योंकि उत्पीड़क अभी भी खुलेआम घूम रहा है और मीडिया में पीड़ित महिला पहलवानों के खिलाफ अभी भी अपमानजनक बयान दे रहा है।
Democratic System के लिए यह सही नहीं है। हमारे लोकतंत्र की नींव एक ऐसी न्यायपूर्ण व्यवस्था पर टिकी है जो हर इंसान के लिए न्याय का वादा रखती है। हमारी इन पहलवा बेटियों के साथ इंसाफ होना चाहिए। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इस मामले में हस्तक्षेप करें और देश की बेटियों के न्याय के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाएं।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर रेसलर्स के भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए धरने का आज 23वां दिन है।रेसलर्स ने सोमवार को जंतर-मंतर से लेकर कनॉट प्लेस और फिर पालिका बाजार तक इसको लेकर पदयात्रा की।