Saturday, July 27, 2024
32.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeDelhiचौधरी चरण सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा : उपराष्ट्रपति

चौधरी चरण सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा : उपराष्ट्रपति

Google News
Google News

- Advertisement -

नई दिल्ली। राज्यसभा में आज भारत रत्न चौधरी चरण सिंह को लेकर सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बहस हो गई। रालोद नेता जयंत चौधरी राज्यसभा में बोलने के लिए खड़े हुए तो मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताई कि उन्हें किस नियम के तहत बोलने की इजाजत दी जा रही है। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ इतना नाराज हो गए कि उन्होंने कहा कि वे चौधरी चरण सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस दौरान राज्यसभा में खूब हंगामा और नारेबाजी हुई।

चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलना
सभापति ने इस पर कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलना पूरे देश का सम्मान है, लेकिन उनके पोते जयंत चौधरी अभी सदन में मौजूद हैं और उनके लिए ये बहुत बड़े सम्मान की बात है, इसलिए उन्हें बोलने की इजाजत दी गई। इस पर भी विपक्षी सांसदों ने हंगामा जारी रखा और नारेबाजी की। इससे सभापति धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने विपक्ष को लगभग लताड़ते हुए पूरे प्रकरण पर अपनी बातें कही।

यह भी पढ़े: शीली दवाओं का दुरुपयोग चिंताजनक : डॉ. वीरेंद्र कुमार

कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा
नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘आपने चौधरी चरण सिंह का अपमान किया है, आपने उनकी विरासत का अपमान किया। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के लिए आपके पास समय नहीं था। आज के दिन आप सदन में ऐसा माहौल बनाकर देश के हर किसान को आहत कर रहे हैं। हमारे सिर शर्म से झुक जाने चाहिए।’ उन्होंने विपक्षी नेताओं को रोकते हुए कहा,’इस तरह की भाषा का इस्तेमाल मत करिए। मैं चौधरी चरण सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा। उनका सार्वजनिक जीवन निष्कलंक रहा और उनका देश के किसानों के प्रति समर्पण भी निष्कलंक था। मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है।’

‘नेताओं को भारत रत्न से सम्मानित
कांग्रेस सांसद खरगे ने कहा था – ‘नेताओं को भारत रत्न से सम्मानित करने पर कोई बहस नहीं है। मैं सभी को सलाम करता हूं, लेकिन अगर कोई सदस्य कोई मुद्दा उठाना चाहता है, तो आप पूछते हैं कि किस नियम के तहत। मैं जानना चाहता हूं कि उन्हें किस नियम के तहत बोलने की अनुमति दी गई है। हमें भी अनुमति दीजिए। एक तरफ आप नियम की बात करते हैं। आपके पास विवेक है। उस विवेक का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए न कि जब आप चाहें। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा होने लगा।

जयंत चौधरी ने भी निराशा जाहिर की
विपक्ष के हंगामे पर जयंत चौधरी ने भी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि ‘सभापति जी, आज मैं वरिष्ठ सांसदों के दुर्व्यवहार से बहुत दुखी हूं। आज यहां मेरा अपमान किया गया है। मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आपने मेरा संरक्षण किया। मैं हैरान हूं कि कैसे लोग चौधरी चरण सिंह जैसी हस्ती को किसी गठजोड़ के बनने या बिगड़ने और चुनाव लड़ने और जीतने तक सीमित रखना चाहते हैं। लेफ्ट, राइट और सेंटर में ही बंटे रहेंगे तो देश के असली धरती पुत्र का सम्मान कैसे रख पाएंगे।’

खबरों के लिए जुड़े रहे :  https://deshrojana.com/

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

Recent Comments