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पूरा सिस्टम तोड़ने पर ही रुकेगा हरियाणा में साइबर क्राइम

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हरियाणा साइबर क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है। अभी हाल ही में भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह को साइबर अपराधियों ने अपना निशाना बनाने की कोशिश की। इस मामले में अपराधियों का दांव उलटा पड़ गया और वे एक सांसद को अपना शिकार बनाने के चक्कर में गिरफ्तार हो गए। अपना शिकार चुनते समय साइबर अपराधियों को यह अंदाजा नहीं था कि वे जिसे अपना शिकार बना रहे हैं, वह सांसद है। इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। ये साइबर अपराधी अब तक 17 राज्यों में 252 लोगों को अपना शिकार बनाकर करोड़ों रुपये की उगाही कर चुके हैं। इनके पास से भारी मात्रा में सिम कार्ड बरामद हुए हैं।

यह तो हरियाणा के अपराध की एक बानगी भर है। हरियाणा का एक मुस्लिम बहुल पिछड़ा जिला है नूंह। यह 31 जुलाई को सांप्रदायिक हिंसा भी हो चुकी है। इस इलाके के पांचवीं, दसवीं पास युवक देश भर में साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। कई महीनों पहले पूरे इलाके में पांच हजार पुलिस कर्मियों ने एक मुहिम चलाकर साइबर अपराधियों को पकड़ा था। तब इनकी कार्य प्रणाली का खुलासा हुआ था। पूरे जिले में लगभग दो सौ साइबर ठग पकड़े गए थे। नूंह के एक गांव में कुछ मुट्ठीभर लोग 5 से 50 फीसदी तक कमीशन शुल्क लेकर फर्जी बैंक खाते स्थापित करने, फर्जी सिम कार्ड, मोबाइल फोन, नकद निकासी/वितरण और सोशल मीडिया वेबसाइटों पर विज्ञापन पोस्ट करने जैसी तकनीकी सेवाएं प्राप्त करने में मदद करते हैं। 

पुलिस के अनुसार, फर्जी सिम और बैंक खातों का स्रोत मुख्य रूप से पड़ोसी राज्य राजस्थान के भरतपुर जिले से जुड़ा है। हाल ही में नूंह में पुलिस की छापेमारी से पता चला है कि साइबर अपराधियों ने अब तक देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 28 हजार लोगों से सौ करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है। इन साइबर जालसाजों के खिलाफ देशभर में 1,346 एफआईआर दर्ज की गई हैं। आए दिन देश भर के राज्यों से पुलिस साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए हरियाणा आती रहती है। साइबर अपराधियों के सबसे ज्यादा शिकार हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लोग होते हैं।

सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि इन कम पढ़े लिखे साइबर अपराधियों का लोकेशन ट्रैक करने में पुलिस को सबसे ज्यादा दिक्कत आती है। प्रदेश की पुलिस और सीबीआई समय-समय पर इन अपराधियों पर अंकुश पाने के लिए मुहिम चलाती है। कुछ लोग पकड़े भी जाते हैं, लेकिन इनका साइबर अपराध निरंतर जारी रहता है। एक के गिरफ्तार होने पर उसका स्थान दूसरा ले लेता है और अपराध बदस्तूर जारी रहता है। हरियाणा पुलिस को इनका पूरा सिस्टम तोड़ना होगा, तभी अपराध रुकेंगे।

संजय मग्गू

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