बरसों से भीषण जाम और अव्यवस्थित यातायात की समस्या से दो-चार हो रहे साइबर सिटी गुरुग्राम को केंद्र सरकार ने मेट्रो रूट में विस्तार के रूप में एक नायाब तोहफा दिया है। हरियाणा की मनोहर लाल सरकार के अथक प्रयासों से बीते सात जून को केंद्रीय कैबिनेट ने हुडा सिटी सेंटर को साइबर सिटी से जोड़ने के लिए 5,452 करोड़ रुपये की लागत वाली 28.50 किलोमीटर की मेट्रो परियोजना को मंजूरी प्रदान की। इस परियोजना के पूरा होने के बाद नए और पुराने गुरुग्राम में सार्वजनिक परिवहन का ढांचा पहले से मजबूत हो जाएगा। साथ ही यह कदम पूरे एनसीआर के लिए लाभकारी साबित होगा। मालूम हो कि रोजाना एवं अक्सर गुरुग्राम आने-जाने वाले लोगों में एक बड़ी संख्या आसपास के शहरों के निवासियों की है।
इस परियोजना को अंजाम देने की जिम्मेदारी हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को सौंपी गई है। इस नई लाइन के साथ द्वारका एक्सप्रेस-वे तक बसाई गांव से एक ब्रांच लाइन भी जोड़ी जाएगी। परियोजना को मंजूरी की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि यह कदम शहरी परिवहन के ढांचे के विस्तार की दिशा में एक अहम पहल है।
वहीं, शहरी आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के मुताबिक, इस नई लाइन में कुल 27 मेट्रो स्टेशन होंगे। ट्रेन की रफ्तार अधिकतम 80 किलोमीटर एवं औसतन 34 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। यह पूरा प्रोजेक्ट सतह से ऊपर यानी एलिवेटेड है, जिसके चार साल की अवधि में पूरा हो जाने की संभावना है। इस नई लाइन के जरिये नए गुरुग्राम को शहर के पुराने हिस्सों से जोड़ा जाएगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में भी खासी बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, निकट भविष्य में इस नई लाइन को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से भी जोड़ने की योजना पर विचार किया जा रहा है। मालूम हो कि गुरुग्राम राज्य के प्रमुख औद्योगिक नगरों में शुमार है, जहां से देश-विदेश की नामी कंपनियां अपनी व्यापारिक गतिविधियों का संचालन करती हैं। इसके चलते यहां रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। मेट्रो सुविधाओं में विस्तार इस दिशा में भी काफी हद सहायक साबित होगा।
संजय़ मग्गू