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उन्नत सड़कें प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़

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सड़कें देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती हैं। इन सड़कों के भरोसे ही देश और प्रदेश का कारोबार गति पकड़ता है। जिन देशों की सड़कें अच्छी और चौड़ी होती हैं, वहां उत्पादित माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने और ले जाने में काफी सहूलियत होती है। अच्छी सड़कें किसी भी उत्पाद की लागत को कम करने में सहायक होती हैं। इसका फायदा उपभोक्ताओं को भी मिलता है। यही वजह है कि जब भी किसी देश की अर्थव्यवस्था की पूरी जानकारी हासिल करनी होती है, तो सबसे पहले यही पता किया जाता है कि वहां की सड़कें कैसी हैं? हरियाणा सरकार ने भी प्रदेश की सड़कों को अबाधित करने का फैसला किया है। बजट सत्र के दौरान मनोहर सरकार 4200 करोड़ रुपये का प्रावधान सड़कों की मरम्मत, नई सड़कों के निर्माण आदि पर करने का फैसला किया है।

इसके लिए विशेष कार्ययोजना भी बनाई जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे होने की वजह से दिल्ली की सड़कों का काफी महत्व है। सड़कें गड्ढा रहित और अच्छी गुणवत्ता की होने से दिल्ली पहुंचने में समय और ईंधन की बचत होगी। इससे व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी। प्रदेश सरकार ने अभी तक प्रदेश की सड़कों की दशा सुधारने के लिए जो कार्ययोजना तैयार की है, उसके मुताबिक सड़क संबंधी कार्य की पांच श्रेणियां होंगी। पहली श्रेणी में विधायकों ने जिस क्षेत्र की सड़क की दशा सुधारने का प्रस्ताव दिया है, पहले उनकी मरम्मत की जाएगी। इसके बाद अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित सड़कों को सुधारा जाएगा। तीसरे चरण में जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावित सड़कों और चौथे चरण में अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित मार्ग पर सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद नई सड़कों के निर्माण पर विचार किया जाएगा।

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वैसे यह भी संभव है कि मनोहर सरकार पिछले सत्र की तरह प्रत्येक विधायक को 25-25 करोड़ रुपये की लागत की सड़कों के प्रस्ताव मांग ले। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पिछले साल बाढ़ की वजह से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को सबसे पहले सुधारने की बात दोहराई है। सरकार ने सड़कों की दशा सुधारने के लिए जो करने जा रही है, वह तो करेगी ही। लेकिन सबसे पहले तो लोगों को यह समझना होगा कि वे सड़कों पर अतिक्रमण करने से बाज आएं। अक्सर देखने में आता है कि एनएच, एसएच और अन्य सड़कों पर कुछ लोग अवैध कट लगा देते हैं। इससे हादसे होने का खतरा बढ़ जाता है। शहरों में दुकानदार फुटपाथ पर अतिक्रमण कर लेते हैं। नतीजा यह होता है कि लोगों को चलने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पैदल चलने वाले लोग सड़कों पर चलने लगते हैं क्योंकि उनके लिए बनाए गए फुटपाथों पर अतिक्रमण हो चुका होता है। इससे हादसे की आशंका बढ़ जाती है।

संजय मग्गू

-संजय मग्गू

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