सैफ आली खान मामले पर क्या पुलिस कुछ छुपा रही है ?
आखिर सैफ अली खान पर किसने हमला किया और जो दो लोगों को पुलिस ने पकड़ आखिर वो कौन थे ? तीसरे को पुलिस ने तो आरोपी बताया लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट में cctv में कैद होने वाला व्यक्ति अलग और हमला करने वाला अलग ,
अजीब लगा न सुनके लेकिन घबराइए नहीं चंद मिनटों की इस विडिओ में आप इस पूरी गुत्थी को समझ जाएंगे
नमस्कार मेरा नाम है विशाल आशा करता हु की आप सभी कुशल मंगल होंगे और जिस सवाल को ढूंढते हुए आप इस विडिओ में आएं है उसका जवाब विडिओ के खत्म होने से पहले मैं आपको जरूर दे पाऊँ लेकिन उससे पहले एक चीज बताना चाहूँगा की जब भी कोई हाई प्रोफाइल केस मतलब जिस केस पर पूरे भारत की मीडिया की नज़र होती है उस केस को पुलिस थोड़ा जल्दी सुलझाना चाहती है ताकि वो लाइम लाइट न हो सके ।
दरअसल सैफ अली खान पटौदी खानदान के वारिस पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है जिसका कारण शायद आप जानते ही होंगे । 16 जनवरी की रात को बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर उनके फ्लैट में हमला हुआ। यह हमला इतना बड़ा था कि पूरे मुंबई में इसकी गूंज सुनाई दी।
सुबह होते ही पुलिस ने संदिग्ध आरोपी का सीसीटीवी फुटेज जारी किया और तीन दिन बाद मुंबई पुलिस ने बताया कि सैफ पर हमला करने वाला मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। रेपोर्ट्स के मुताबिक ये बांग्लादेश का ऐथ्लीट रह चुका है
लेकिन इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक नई बहस शुरू हो गई। लोग कहने लगे कि सीसीटीवी फुटेज में दिखे शख्स और शरीफुल का चेहरा मैच नहीं करता। लेकिन भास्कर एक रिपोर्ट ने इस मामले को पूरा ही बदल दिया और पुलिस पर एक बड़ा सवाल उठता हुआ दिखाई दे रहा है ।
क्या है इस रिपोर्ट में आइए आपको बातते हैं
इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए दैनिक भास्कर ने फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली। जांच के लिए सैफ अली खान के घर की सीढ़ियों पर दिखे शख्स की सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की ओर से जारी गिरफ्तार आरोपी शरीफुल की फोटो लीं।
लेकिन इस बीच चौंकाने वाली जानकारी सामने आई , मुंबई पुलिस को शरीफुल के 19 फिंगरप्रिंट्स मिले, जो घटनास्थल से मिले थे। यह फिंगरप्रिंट्स सैफ के घर के बाथरूम की खिड़की, सीढ़ियों, बालकनी और बाथरूम के अलावा उस सीढ़ी से मिले हैं, जिसका इस्तेमाल शरीफुल ने सैफ के घर में घुसने और बाहर निकलने के लिए किया था।
एक्सपर्ट का दावा है की – दोनों फोटो एक शख्स की नहीं फोरेंसिक लैब ब्रिलियंट फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन प्राइवेट लिमिटेड से हमने दोनों फोटो की जांच कराई। फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. आदर्श मिश्रा ने सैफ पर हमले के आरोपी शरीफुल और उनके अपार्टमेंट में लगे CCTV कैमरे में दिखे संदिग्ध की फोटो का एनालिसिस किया।
फोटोग्राफ रिकग्निशन एनालिसिस करने पर दोनों फोटो में बहुत फर्क नजर आया। चेहरे के शेप से लेकर, आंख और होंठ की बनावट तक मेल नहीं खाती है। यानी दोनों फोटो एक शख्स की नहीं हैं। रिपोर्ट में शरीफुल को A1 और CCTV में दिखे शख्स को S1 कहा गया है। क्या से क्या हो गया देखते देखते , आप भी सोच में पड़ गए न
अभी तो और सुनिए कहानी अभी खत्म नहीं हुई जब इस मामले की जानकारी के लिए भास्कर की टीम ने मामले से जुड़े संबंधित पुलिस अफसर DCP दीक्षित गेदाम को कॉल और मैसेज किया तो उनकी तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया । भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक ही फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. बीएन मिश्रा मानते हैं कि CCTV फुटेज केस में सबसे अहम सबूत है। आरोपी घटना के बाद सीढ़ियों से नीचे गया। उस दौरान वो सीढ़ी की रेलिंग पकड़कर उतरता दिख रहा है। रेलिंग पर दो तरह के फिंगरप्रिंट होंगे। एक विजिबिल, जो कलरफुल दिख सकता है, जैसे सैफ पर चाकू से हमले के दौरान उसके हाथ में खून के छींटे जरूर आए होंगे।
सीढ़ी की रेलिंग से आसानी से उसका विजिबिल फिंगरप्रिंट मिल सकता है। पकड़े गए आरोपी से इसे मैच कराकर आसानी से साबित किया जा सकता है कि वो क्राइम सीन पर था या नहीं।