पलवल। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और ब्रिटिश काउंसिल के बीच एक महत्वपूर्ण करार हुआ है। विद्यार्थियों को अंग्रेजी के माध्यम से रोजगार के क्षेत्र में सक्षम बनाना इसका सबसे बड़ा उद्देश्य है। ब्रिटिश काउंसिल अंग्रेजी में महारत के लिए जानी जाती है। इस एमओयू हस्तांतरण के दौरान श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से प्रो. आर. एस. राठौड़ और ब्रिटिश काउंसिल की तरफ से मैनेजिंग डायरेक्टर डंकन विल्सन मौजूद रहे।
अब ब्रिटिश काउंसिल श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर विद्यार्थियों को अंग्रेजी में पारंगत करेगी। इसी उद्देश्य के साथ यह एमओयू किया गया है। ब्रिटिश काउंसिल इंग्लिश आॅनलाइन सेल्फ स्टडी कोर्स के माध्यम से विद्यार्थियों की सामाजिक एवं पेशेवर उन्नति के लिए अपने कौशल का योगदान देगी। ब्रिटिश काउंसिल के मैनेजिंग डायरेक्टर डंकन विल्सन ने बताया कि ब्रिटिश काउंसिल ने अभी तक चार लाख से भी ज्यादा लोगों को 47 देशों में अंग्रेजी का प्रशिक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर इस कोर्स के माध्यम से अधिक से अधिक विद्यार्थियों को अंग्रेजी में सक्षम और निपुण बनाएंगे।
प्रो. आर. एस. राठौड़ ने कहा कि भाषा व्यक्तित्व के विकास के साथ-साथ पेशेवर उन्नति में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसी उद्देश्य के साथ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अपने परिसर में अंग्रेजी, जर्मन और जापानी भाषा के कोर्स चला रही है। अब ब्रिटिश काउंसिल के साथ जुड़ने के बाद अंग्रेजी के भाषाई कोर्स में और अधिक गुणवत्ता आएगी। इस अवसर पर ब्रिटिश काउंसिल की ओर से तानिया सभरवाल, कपिल मित्तल, अंकित वर्मा और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से संयुक्त निदेशक विनीत सूरी, सहायक उप निदेशक डा. नीता सिंह और डा. नकुल सिंह मौजूद रहे।