नूंह। राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुग्राम अलवर के हालत बेहद खस्ता हैं। सड़क में गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इन गहरे गड्ढों में मामूली सी बरसात होने के बाद सड़क पर तालाब की तरह पानी भर जाता है। जिले के मालब गांव में राहगीरों को निकलना दूभर हो रहा है। कई तो दो पहिया वाहन चालक इसमें गिरकर चोटिल हो गए हैं। सबसे खास बात यह है कि बड़े वाहन चालक भी इस सड़क पर वाहन चलाने से कतराते हैं। गड्ढों को बचाने के लिए रॉन्ग साइड गाड़ी चलाने की वजह से अक्सर जाम लग जाता है। यह हालत पिछले करीब एक वर्ष से भी अधिक समय से है।
मालब एक बड़ा गांव है। यहां की नालियों के पानी की निकासी नहीं होने के कारण सड़क पर पानी भर जाता है जिससे मार्ग की हालत बद से बदतर हो चुकी है। खास बात यह है कि जिले के तमाम आला अधिकारी और कई सफेदपोश राजनेता इसी मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन इसे दुरुस्त कराने का ख्याल किसी का नहीं है। इलाके के लोग इस मार्ग को खूनी मार्ग का नाम दे चुके हैं। आए दिन सड़क हादसा होना इस मार्ग पर आम बात हो चली है। लगातार हो रहे हादसों की वजह से सड़क रोजाना लाल हो रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए की हालत शायद देश के सबसे खस्ता मार्गो में से एक है। यह राजस्थान व हरियाणा राज्य को आपस में जोड़ता है। भले ही केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी के काम की सराहना हो रही हो, लेकिन हरियाणा के नूंह जिले के इस मार्ग के निर्माण में लगातार देरी हो रही है। इलाके के लोग लंबे समय से इस मार्ग को फोरलेन बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इसमें लगातार देरी कर रही है।
प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री दुष्यंत चौटाला से भी लोगों ने एक बार नहीं बल्कि बार – बार इस मार्ग को फोरलेन बनाने की मांग की है। आगे बरसात का मौसम आने वाला है। मामूली सी बरसात में जब सड़क की सूरत यह है तो बरसात के सीजन में इस मार्ग से निकलना दूभर हो जाएगा। समय रहते अगर सड़क के गड्ढों को नहीं भरा गया तो राहगीरों के साथ – साथ मालब गांव के लोगों को भी वाहनों के जाम से खासी दिक्कत होने वाली है।