Monday, January 13, 2025
14.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeHARYANAफ्लिपकार्ट कंपनी को चूना लगाने वाले तीन गिरफ्तार

फ्लिपकार्ट कंपनी को चूना लगाने वाले तीन गिरफ्तार

Google News
Google News

- Advertisement -

होडल अपराध जांच शाखा पुलिस ने धोखाधड़ी करके फ्लिपकार्ट कंपनी से लाखों रुपये का गबन करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों उसी कंपनी में ही काम करते हैं। वे सस्ते मोबाइल फोनों के आखिर के तीन ईएमआई नंबर बदलकर उन्हें महंगे मोबाइल फोन दिखाकर अब तक फ्लिपकार्ट कंपनी को करीब 11 लाखों रुपये का चूना लगा चुके हैं। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश करके अब पुलिस रिमांड पर लेगी।


होडल की अपराध जांच शाखा प्रभारी अनिल कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि फ्लिपकार्ट कंपनी के एरिया मैनेजर राजेश कुमार ने 19 मई को होडल थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि आदर्श कॉलोनी पलवल निवासी सुभाष, पुनहाना जिला नंह निवासी रणजीत, होडल निवासी नरेश और कुछ अन्य कर्मचारियों द्वारा फ्लिपकार्ट कंपनी पर मोबाइल फोन खरीद-फरोख्त में कंपनी के मोबाइल फोन व रुपयों का गबन करके कंपनी के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी की है। आरोपी उनके होडल ब्रांच में काम करते हैं। जिस मामले में होडल की अपराध जांच शाखा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को हसनपुर चौक होडल से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी फ्लिपकार्ट कंपनी को अब तक 11 लाख 3 हजार 750 रुपये का चूना लगा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से और भी कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

mahakumbh 2025:प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ के शुभारंभ पर दी श्रद्धालुओं को बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने(mahakumbh 2025:) सोमवार को प्रयागराज में महाकुंभ के शुभारंभ को भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वालों के लिए एक विशेष...

Delhi Election:आतिशी कल अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी

दिल्ली की मुख्यमंत्री (Delhi Election:)आतिशी ने सोमवार को कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता...

प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा

--डॉ. सत्यवान सौरभभारत के असंगठित कार्यबल का एक महत्त्वपूर्ण लेकिन कमज़ोर वर्ग, प्रवासी श्रमिक, अक्सर सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों से बाहर रह जाते हैं। दशकों...

Recent Comments