नूंह। मेवात में प्रतिभा की कमी नहीं है। खेल स्टेडियम, कोच तथा अन्य सुविधाएं नहीं मिलने के बावजूद भी यहां के बच्चे मेडल दिलाकर इस इलाके का नाम प्रदेश व देश में रोशन कर रहे हैं। सबसे खास बात यह है कि इस बार जिस खेल में यहां के होनहार ने गोल्ड मेडल जीता है वह खेल देशभर के सिर्फ उन्हीं राज्यों में खेला जा सकता है, जहां बर्फ पड़ती है। देश में ऐसे कम राज्य होने के कारण विंटर ओलंपिक खेल को फ्लोर पर भी खिलाना शुरू किया जा चुका है। 19 – 21 मई को अरुणाचल प्रदेश में आयोजित फ्लोर कर्लिंग गेम में नूंह जिले के जाजूका गांव की अंतिम ने मिक्स डबल ने गोल्ड मेडल जीता।
इसके अलावा इसी प्रतियोगिता में मिक्स डबल गर्ल्स टीम में शामिल अंतिम ने ब्रोंज मेडल भी टीम के नाम कराने में अहम भूमिका निभाई। सीनियर टीम की सदस्य अंतिम आगामी 2 – 4 जून को हरियाणा के झज्जर में होने वाली हरियाणा स्टेट वुशु चैंपियनशिप में भी खेलने जा रही है। उसने अपने कोच, अभिभावकों व इलाके के लोगों को भरोसा दिलाया है कि वहां भी वह गोल्ड पर कब्जा जमाने की हर संभव प्रयास करेगी। अंतिम के इस कारनामे से जाजूका गांव में खुशी का माहौल है। गांव में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है तो अपनी लाडली मेवाती छोरी को सिर आंखों पर बैठाने के लिए गांव के लोग फूल मालाओं के अलावा मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार कर रहे हैं ।
अनिल गौर कोच ने बताया कि स्केटिंग कर्लिंग खेल ओलंपिक में शामिल है। खेलो इंडिया गेम्स का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में कर्लिंग वर्ल्ड फेडरेशन के द्वारा यह गेम आयोजित कराए गए थे। देशभर के अधिकतर राज्यों ने इसमें हिस्सा लिया था। नूंह जिले से छह लड़कियां भी इस गेम में शामिल थंीं और प्रदेश भर से कुल 32 खिलाड़ी शामिल हुए थे।
नूंह जिले के जाजूका गांव की अंतिम ने मिक्स डबल में गोल्ड अपने नाम कराया तो उजीना गांव की चार लड़कियों के अलावा पुलिस लाइन नूंह में रहने वाली एक लड़की ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। नूंह जिले के खिलाड़ियों को एक गोल्ड, चार सिल्वर, 16 ब्रॉन्ज मेडल मिले। हरियाणा आलओवर देशभर में तीसरे नंबर पर रहा।
अनिल गौर कोच ने बताया कि अंतिम ने साल भर पहले आइस कर्लिंग गेम खेलना शुरू किया था। उन्होंने आदित्य आर्मी स्कूल उजीना में बच्चों को स्केटिंग पहनाकर फ्लोर पर प्रशिक्षण दिलाना शुरू किया था। उसी का नतीजा है कि आज मेवात की झोली में कई मेडल आए हैं। गोल्ड मेडलिस्ट दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली अंतिम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वह इस मेडल का श्रेय अपने कोच, अभिभावकों को देना चाहती है और आगे भी उनका बेहतरीन प्रदर्शन जारी रहेगा।
ऐसा होता आइस कर्लिंग खेल
आईस कर्लिंग खेल ओलंपिक में शामिल है। यह विदेशों में बर्फ में खेला जाता है और यह दुनिया के सबसे महंगे खेलों में शामिल है। देश में बर्फ नहीं होने के चलते इसे फ्लोर पर खेलाना कुछ समय पहले ही भारत में शुरू किया गया है। इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। हरियाणा के नूंह जिले के बच्चों खासकर लड़कियों ने मैदान में खेल कर बर्फ पर खेले जाने वाले इस खेल में गोल्ड मेडल जीतकर यह साबित कर दिया है कि अगर उनको सुविधाएं मुहैया कराईं जाएं तो वह किसी भी बाधा को पार कर सकती हैं।