पंजाब के तारांतरण से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मुंडका गांव के एक नाबालिक बच्चों की ओवरडोज लेने के कारण जान चली गई। यह नाबालिग अपने परिवार का इकलौता बेटा था। बेटे की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया। गांव वालों का रूप है कि नशे की पुड़िया गांव में आम तरीके से मिल जाती है। बाकी लोग भी यहां यह पुड़िया खरीदने आते हैं।
मृतक की पहचान साहिब सिंह के रूप में हुई है वह महज 17 साल का है। नशे ने उसे अपनी चपेट में घेर लिया पिता परमजीत सिंह और पारिवारिक सदस्य बताते हैं कि कई बार उसका नशा छुड़ाने का प्रयास किया लेकिन हर बार वह दोबारा इंजेक्शन लगने लग जाता था जिसके कारण उसकी जान गई है।ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव में नशा खत्म करने के सरकार के सारे दावे झूठे हैं। इस सरकार पर विश्वास नहीं किया जा सकता यह नशा खत्म कर देगी। लेकिन, 1 साल से अधिक समय हो गया है।
नशा पहला की तरह ही बिक रहा है बच्चे बड़े बूढ़े सब नशे के आदी हैं। सालों लगाकर जिन बच्चों को जवान किया नशा कुशलों में ही उनकी जान ले रहा है जिस गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।