शनिवार को ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने अंबाला छावनी के विभिन्न क्षेत्रों में धर्मशालाओं और सामुदायिक भवनों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा और चुनावी राजनीति को लेकर अपने विचार साझा किए। विज ने कहा कि कुछ दुष्ट आत्माओं ने जानबूझकर विकास कार्यों को रोकने की कोशिश की, लेकिन जनता ने उन्हें इसका उचित जवाब दिया।
चुनावी राजनीति में गुस्से का इज़हार
कलरहेड़ी गांव में धर्मशाला के शिलान्यास अवसर पर अनिल विज ने अपनी बात रखते हुए कहा, “कुछ दुष्ट आत्माएं किसी के शरीर में घुसकर गलत काम करवाती हैं, लेकिन मेरा नाम भी अनिल विज है। जैसे महावीर का नाम लेने से भूत-पिशाच भाग जाते हैं, वैसे ही अनिल विज का नाम सुनकर भी बुरी आत्माएं चली जाती हैं।” उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि चुनाव के समय कुछ लोगों ने जानबूझकर विकास कार्यों को रोक दिया था, ताकि उनका राजनीतिक नुकसान हो, लेकिन अब इन कार्यों को फिर से शुरू किया गया है।
1.65 करोड़ रुपये की लागत से पांच धर्मशालाओं और सामुदायिक केंद्रों का शिलान्यास
अनिल विज ने कुल 1.65 करोड़ रुपये की लागत से अंबाला छावनी क्षेत्र में पांच अलग-अलग धर्मशालाओं और सामुदायिक केंद्रों का शिलान्यास किया। इन भवनों का निर्माण क्षेत्र की सामाजिक और धार्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। शिलान्यास के दौरान विज ने कहा कि इस परियोजना को पूरा करने में अगर ज्यादा धनराशि लगानी पड़ी तो वह भी मुहैया कराई जाएगी।
विभिन्न स्थानों पर शिलान्यास
अनिल विज ने जिन स्थानों पर धर्मशालाओं और सामुदायिक भवनों का शिलान्यास किया, उनमें कलरहेड़ी, नग्गल, करधान, खोजकीपुर और रामपुर सरसेहड़ी शामिल हैं। इन जगहों पर निम्नलिखित परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया:
- कलरहेड़ी: 25 लाख रुपये की लागत से कश्यप धर्मशाला।
- नग्गल: 65 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक केंद्र।
- करधान: 25 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक केंद्र।
- खोजकीपुर: 25 लाख रुपये की लागत से हरिजन धर्मशाला।
- रामपुर सरसेहड़ी: 25 लाख रुपये की लागत से धर्मशाला।
विज ने बताया कि इन परियोजनाओं के निर्माण से क्षेत्र की सामाजिक और धार्मिक स्थिति में सुधार होगा और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
जनता ने दिया सख्त जवाब
विज ने अपने भाषण में यह भी कहा कि जो लोग चुनावी राजनीति में उनके खिलाफ काम कर रहे थे, उन्होंने इन विकास कार्यों को रोकने की कोशिश की। लेकिन जनता ने उन्हें सख्त संदेश भेजा है। विज ने कहा, “यह धर्मशाला चुनाव से पहले ही मंजूर हो गई थी और इसके अलावा नौ और धर्मशालाएं भी मंजूर हो गई थीं। टेंडर हो गए थे, काम अलाट हो गए थे, लेकिन कुछ दुष्ट आत्माओं ने हमें नुकसान पहुंचाने के लिए इन्हें रोक दिया था। अब जनता ने उन्हें इसका उचित जवाब दिया है।”
विकास कार्यों के प्रति विज की प्रतिबद्धता
मंत्री अनिल विज ने कहा कि विकास कार्यों को रोकने के बावजूद वह और उनकी सरकार अंबाला छावनी में आवश्यक सुविधाओं को प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन नए धर्मशालाओं और सामुदायिक केंद्रों के निर्माण से स्थानीय लोगों को एक बेहतर और व्यवस्थित स्थान मिलेगा, जहां वे अपनी धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को अच्छी तरह से चला सकेंगे। अनिल विज का यह शिलान्यास समारोह अंबाला छावनी के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों को लेकर यह कहा जा सकता है कि उन्होंने न केवल क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को समझा है, बल्कि इस प्रक्रिया में वे राजनीतिक विरोधियों को भी कड़ी चुनौती देने में सफल रहे हैं। यह शिलान्यास समारोह उनके विकास कार्यों की दिशा और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।