हांसी (हिसार)
मंदिर जगह-जगह बनें इसमें कोई दिक्कत नहीं लेकिन ये मंदिर व सत्संग केवल नाच- गाना करके मनोरंजन का साधन और चौधर व प्रधानी के अड्डे न बनें, प्रधान तो केवल भगवान ही हैं।
यह बात सत्या-चरणजीत भूटानी स्मृति संघ संयोजक व मीडिया वैलबीइंग एसोसिएशन के नार्थ इंडिया सीनियर वाइस प्रेसीडेंट संजय भूटानी ने मोहल्ला गोस्वामियान में गोलोकवासी गोस्वामी भूपेंद्र पाल के आशीर्वाद से श्री सत बाबा निर्भो साहिब सेवक सभा द्वारा बनाए जा रहे मंदिर श्री नाथद्वारा के शिलान्यास एवं वार्षिक समारोह के अवसर पर बोलते हुए श्रद्धालुओं को कही। विधायक विनोद भयाना मुख्य अतिथि थे और विधि विधान से मंदिर का शिलान्यास किया गया।
महाकुंभ में डुबकी लगाने से नहीं होगा चमत्कार :
इस मौके पर संजय भुटानी ने कहा कि सत्संग व भजन संध्या आदि धार्मिक आयोजन करते वक्त यह भी ध्यान रखें कि इन आयोजन की आवाज से बीमार बुजुर्ग व परीक्षा देने वाले बच्चों को कोई परेशानी न हो। अगर हम ऐसा नहीं सोचते तो ऐसे आयोजनों का कोई लाभ नहीं है। उन्होंने श्रद्धालुओं को कहा कि हम धर्म के मर्म को समझें और केवल परम्पराओं को न निभाते हुए हर बात को तर्क के साथ अपनाएं, इससे धर्म मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में जाकर डुबकी लगाना अच्छा है लेकिन हम यह सोचें कि केवल मात्र डुबकी लगा लेने से ही हमारे जीवन में कोई चमत्कार हो जाएगा, ऐसा कतई संभव नहीं है। जीवन में चमत्कार तो केवल अच्छे कर्मों से ही होगा।
इस मौके पर संजय भुटानी ने धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और संस्था की ओर से संजय भुटानी को श्री बजरंग आश्रम प्रधान भवनेश ऐलावादी की माता समाजसेवी शकुंतला ऐलावादी ने स्मृति चित्र देकर सम्मान किया। इस मौके पर श्री निर्भो साहिब सेवक सभा के राकेश गोस्वामी व अचला गोस्वामी ने सभी का धन्यवाद प्रकट किया। इस अवसर पर संकीर्तन व भंडारा भी किया गया।
आर्ट टीचर वंदना अरोड़ा द्वारा संचालित इस समारोह में प्रवेश कम्बीरी,सुनीता मदान, कमल कम्बीरी, अनन्या गोस्वामी, सोनू पपनेजा, एडवोकेट मुकेश शर्मा, रामसरुप खट्टर, रजनी तागरा, पुनीत सिंदवानी, कुसुम मदान, सुभाष मिगलानी, सुनैना, अशोक गांधी, डॉली,नीलम आनंद, पठान मेहता, लक्ष्मी मेहता भी मौजूद थे।