हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा की नीतियों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर ही भाजपा के झूठे दावे बेनकाब हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है और सरकार धान की फसलों के लिए एमएसपी नहीं दे रही है। आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
भाजपा के दावों की पोल खुली
हुड्डा ने शनिवार को डी पार्क स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक महीने में ही अपने झूठे दावों की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। खाद की किल्लत और एमएसपी की कमी पर उन्होंने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि किसान इन दोनों मुद्दों से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि खाद का 50 प्रतिशत हिस्सा भी किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा है। डीएपी की किल्लत इतनी गंभीर हो चुकी है कि थानों में इसे बांटना पड़ रहा है। इसके अलावा धान की फसल एमएसपी से 300-400 रुपए कम में बिक रही है। हुड्डा ने कांग्रेस द्वारा विधानसभा सत्र में इन मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने का भरोसा दिलाया।
खाद की किल्लत पर सवाल
हुड्डा ने भाजपा सरकार पर खाद की किल्लत को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कृषि मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर खाद की कोई किल्लत नहीं है तो फिर किसानों को पूरी रात लाइन में क्यों लगना पड़ रहा है? क्यों महिलाओं को घर और खेत छोड़कर खाद लेने के लिए थानों में आना पड़ रहा है? उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब खाद की किल्लत नहीं है तो यह स्थिति क्यों उत्पन्न हो रही है। हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने 10 साल में खाद का उचित प्रबंधन नहीं किया और किसानों की परेशानियों का समाधान नहीं किया।
पराली जलाने का मुद्दा
हुड्डा ने वायु प्रदूषण के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार को पूरी तरह से पराली जलाने को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए। छोटे किसानों के लिए पराली का प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन गया है। सरकार का यह फर्ज बनता है कि वह पराली खरीदने के लिए एमएसपी तय करे और उससे खाद, बिजली या अन्य उत्पाद बनाए। हुड्डा ने कहा कि अगर सरकार किसानों की मदद करती तो यह समस्या हल हो सकती थी।
भाजपा नेताओं को हार का मंथन करने की सलाह
पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा नेता कैप्टन अभिमन्यु द्वारा कांग्रेस की हार पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि भाजपा नेताओं को अपनी हार पर मंथन करना चाहिए और कांग्रेस की चिंता छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हार के कारणों को जानने के लिए एक कमेटी बनाई है, जो जल्द अपनी रिपोर्ट देगी। हुड्डा ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने चुनाव हारने के बाद भी अपनी लड़ाई जारी रखी है और प्रदेश के मुद्दों पर जोरदार संघर्ष किया जाएगा।
विपक्ष का नेता महाराष्ट्र चुनाव के बाद तय होगा
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों ने विपक्ष के नेता के रूप में नाम तय कर दिया है, जो पार्टी हाईकमान को सौंप दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद पार्टी हाईकमान इस पर फैसला ले सकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस के 37 विधायक प्रदेश की समस्याओं को लेकर विधानसभा में आवाज उठाएंगे।
वायरल वीडियो का हुआ खुलासा
हुड्डा ने विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा पैसे बांटने का आरोप भी लगाया। उन्होंने एक वायरल वीडियो दिखाते हुए कहा कि भाजपा के लोग चुनाव में पैसे बांट रहे थे। इस वीडियो में लिफाफे में दो-दो हजार रुपये दिए जा रहे थे। विधायक भारत भूषण बतरा ने भी इस वायरल वीडियो को मीडिया के सामने पेश किया, जिससे भाजपा की चुनावी रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं।