सराय ख्वाजा के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जूनियर रेडक्रॉस गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर दिवस पर Online जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा और जूनियर रेड क्रॉस और ब्रिगेड सदस्यों की जागरूकता कार्यक्रम में विशेष भूमिका रही। मनचंदा ने कहा कि विश्व में ब्रेन ट्यूमर की व्यापकता और प्रसार बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार ने ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम, स्क्रीनिंग, रोग का जल्दी पता लगाने, निदान और देखभाल उपचार प्रदान करने के लिए अनेक उद्देश्यों की पूर्ति के साथ राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम प्रारंभ किया है। मस्तिष्क कैन्सर अर्थात ब्रेन ट्यूमर एक खतरनाक रोग है। समय पर इसका उचित उपचार नहीं कराया गया तो यह जानलेवा हो सकता है। जब मानव शरीर में कोशिकाओं की अनावश्यक वृद्धि हो परंतु शरीर को इन अनावश्यक वृद्धि वाली कोशिकाओं की आवश्यकता न हो तब इस अवस्था को ही कैंसर के नाम से जाना जाता है।
ब्रेन के किसी भी भाग में पैदा होने वाली असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि ब्रेन ट्यूमर के रूप में प्रकट होती है। मनचंदा ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर में धीरे-धीरे मस्तिष्क में टिश्यूज की एक गांठ बन जाती है जिसे ब्रेन ट्यूमर कहा जाता हैं। इसमें धीरे धीरे सिर दर्द का बढ़ना, घबराहट या उल्टी, व्यवहार में बदलाव, और सुनने में कठिनाई आदि लक्षण सामान्यत: होते हैं। नि:संदेह ब्रेन ट्यूमर लाइलाज बीमारी नहीं है परंतु उचित समय पर इस की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
अखरोट को मस्तिष्क के लिए बहुत अच्छा माना जाता है इसमें विटामिन ई, कॉपर, मैंगनीज और कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। अखरोट को डाइट में सम्मिलित कर ब्रेन को हेल्दी रखा जा सकता है। अखरोट, साबुत अन्न, अनार, ग्रीन टी, चुकंदर इत्यादि भी मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में अधिक उपयोगी होते हैं। मनचंदा ने कार्यक्रम के संयोजन के लिए जेआरसी औरब्रिगेड सदस्यों का विशेष रूप से अभिनन्दन किया।