देश रोज़ाना: हरियाणा पंजाबी संस्कृति संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि कांग्रेस के सबसे मजबूत वोट बैंक पंजाबी समाज ने अपनी अन्देखी के चलते कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा में 2009 से 2014 तक परिसरण के बहाने केवल पंजाबी समाज बहुलय सीटों का परिसरण करके पंजाबियों को सत्ता से दूर करने की चाल चली और तब तो कांग्रेस ने अपने सबसे मजबूत वोट बैंक पंजाबी समाज के साथ घोर अन्याय किया जब 2019 के विधानसभा चुनावों में देश के सबसे बड़े पंजाबी बहुलय क्षेत्रों फरीदाबाद और गुडग़ांवा की 19 विधानसभा सीटों में से एक सीट भी पंजाबी उम्मीदवार को टिकट नहीं दी जिसका नुकसान कांग्रेस को सथा से हाथ धोकर उठाना पडा़।
फिर कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ 5 कार्यकारिणी अध्यक्ष चुनें उनमें भी पंजाबी समाज की अन्देखी की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश का 90 प्रतिशत पंजाबी समाज हर जगह अपनी अन्देखी देखकर कांग्रेस से खिसकर भाजपा के पाले में खिसक गया क्योंकि भाजपा ने पंजाबी समाज को मान-सम्मान के साथ प्रदेश का मुख्यमंत्री पद और ग्रहमंत्री पद भी दिया।
राजनिति में कभी वोटर किसी पार्टी का पक्का नहीं होता वह अपने मान-सम्मान के साथ पार्टी चुनता है जिस पार्टी में वोटर या समाज को मान-सम्मान मिलेगा वह उसी के साथ हो जाता है इसलिये कांग्रेस के पास अब भी गलती सुधारने का मौका है अगर कांग्रेस पंजाबी बहुलय 20 से 25 विधानसभा सीटों पर और 2 से 3 लोकसभा सीटों पर पंजाबी समाज को टिकट दे तो वह पंजाबी वोटरस के दिल में अपनी खोई प्रतिष्ठता वापिस पा सकता है और अपने पिछले अनुभव को देखकर कांग्रेस को यह तो समझ आ गर्ह होगी कि हरियाणा की सत्ता की चाबी पंजाबी समाज के मान-सम्मान के बिना हासिल नहीं हो सकती और अगर कांग्रेस ने अब भी अपने अनुभव से कुछ नहीं सिखा तो हरियाणा में सत्ता के सपने कांग्रेस को पंजाबी समाज कभी पूरा नहीं होने देगा।
आज़ाद ने कहा कि अभी तक जो कांग्रेस से पंजाबी वोटर खिसका है लेकिन इस बार पंजाबी नेताओं की अन्देखी से कांग्रेस अपने पंजाबी नेताओं को भी खौ देगी क्योंकि अब कांग्रेसी नेता भी अपनी व अपने समाज की अन्देखी का विरोध करने को तैयार बैठे हैं जिसका नज़ारा कांग्रेस अपने ही पंजाबी नेताओं की लगातार पंजाबी सभाओं से देख ही रही है जो लगातार प्रेस वार्ता और पंजाबी सभाओं में कह रहे हैं कि इस बार जो पार्टी हमारी माँगे मानेगी उसी के साथ जायेगें। कांग्रेस इस समय प्रदेश में सता के नजदीक जरूर दिख रही है लेकिन पंजाबी समाज की हवा के रूख को कांग्रेस ने इस बार भी न समझा और उसे नजऱ अंदाज़ किया तो अपने हाथ आ रही सत्ता को रेत का ढेर ही समझे जो कब फिसल जायेगा उसे पत्ता ही नहीं चलेगा।