हरियाणा के हिसार जिले के हांसी के पूर्व एसडीएम कुलभूषण बंसल को हिसार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया और बाद में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। यह मामला तब सामने आया जब एक शिकायत के माध्यम से बंसल पर गंभीर आरोप लगाए गए थे।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया और जांच शुरू की
सिविल लाइन थाना पुलिस में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर नंबर 425 के तहत एचसीएस अधिकारी कुलभूषण बंसल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच कर रहे डीएसपी हेडक्वार्टर, हरेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। साक्ष्य के तौर पर एक वीडियो क्लिप भी प्राप्त हुई है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। डीएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता के बयान भी रिकॉर्ड किए गए हैं।
मामले में बंसल का निलंबन
एचसीएस अधिकारी कुलभूषण बंसल पर यौन शोषण के आरोप सामने आने के बाद हरियाणा सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया। बंसल का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद हांसी के विधायक विनोद भयाना ने भी इस मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद 7 नवंबर को यह मामला मीडिया में आने के बाद बंसल ने एक महीने की छुट्टी पर जाने का निर्णय लिया, लेकिन बाद में प्रदेश सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया।
शिकायत में क्या था आरोप?
यह मामला तब उजागर हुआ जब एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी ने एक शिकायत भेजी, जिसमें उसने आरोप लगाया कि एचसीएस अधिकारी कुलभूषण बंसल उसे यौन शोषण का शिकार बना रहे थे। शिकायतकर्ता ने अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए एक वीडियो क्लिप भी भेजी थी। इस वीडियो में बंसल के खिलाफ आरोपों की पुष्टि की गई थी। शिकायतकर्ता ने यह शिकायत अनुसूचित आयोग, मानव अधिकार आयोग, डीजीपी, आईजी हिसार, एसपी हिसार और मुख्यमंत्री विंडो को भेजी थी।
पुलिस की कार्रवाई और अगली जांच
पुलिस ने इस गंभीर मामले को लेकर त्वरित कदम उठाए और आरोपी कुलभूषण बंसल के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने अब तक साक्ष्य जुटाए हैं और उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने मामले की विस्तृत जांच की योजना बनाई है। साथ ही, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है।
कुलभूषण बंसल का करियर और निलंबन
कुलभूषण बंसल एचसीएस अधिकारी थे और उनका करियर वर्षों तक प्रशासनिक सेवाओं में था। उनके निलंबन से प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। उनकी गिरफ्तारी और मामले में दर्ज एफआईआर के बाद प्रशासन और पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी।
यह घटना प्रशासन के लिए एक बड़ा झटका है और यह दर्शाता है कि अधिकारी और कर्मचारियों के बीच किए गए घिनौने कृत्य से प्रशासनिक प्रतिष्ठा पर गंभीर असर पड़ सकता है। इस मामले की जांच पुलिस द्वारा तेज गति से की जा रही है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मामले में और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आएगी।