बेशकमीती जमीनों पर कब्जे कर भू माफिया द्वारा कई बस्तियां बसाई हुई हैं। जिन्हें हटाना बेहद मुश्किल का महो गया है। अब माफिया ने शहर की ग्रीन बेल्टों पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। अब यह लोग ग्रीनबेल्ट और अन्य सरकारी जमीनों पर कब्जे कर पार्किंग का गोरख धंधा चला रहे हैं। नगर निगम अथवा स्थानीय पुलिस की मिली भगत के बिना सरकारी जमीनों पर पार्किंग चलाना सम्भव नहीं हैं। सेनिक कालोनी की दीवार के साथ स्थित ग्रीन बेल्ट पर पिछले काफी समय से अवैध पार्किंग चलाई जा रही है। वैध पार्किंग की व्यवस्था न करने से लोगों को मजबूरी में वाहन इनके पास खड़े करने पड़ते हैं। अवैध पाकिंर्गों के संचालक जीएसटी की चोरी के साथ सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। लेकिन निगम के संबंधित अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हुए है। इनकी लापरवाही से शहर में दर्जनों अवैध पार्किंग खुलेआम चलाई जा रही है। हालही में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने बड़खल मेट्रो स्टेशन के पीछे अवैध रूप से चल रही पार्किंग का पर्दाफाश किया है। लेकिन जिनकी जमीन वे विभाग ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ग्रीन बेल्टों पर चल रही पार्किंग
गुरूग्राम के लिए बस अथवा निजी वाहन बीके चौक, मेट्रो मोड़ और सेनिक कालोनी मोड़ से जाते हैं। लेकिन नगर निगम द्वारा इनमें से किसी भी स्थान पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है। इस बात का फायदा उठाते हुए कुछ लोगों ने सेनिक कालोनी की दीवार के साथ स्थित ग्रीन बेल्ट को उजाड़ने के बाद जमीन पर कब्जा कर अवैध पार्किंग बना ली। घरों से निजी वाहनों पर आने वाले लोग मजबूरी में अपने वाहनों को शुल्क देकर इस पार्किंग में खड़ा करते हैं। जिसके बाद वे गुरूग्राम का सफर बस अथवा निजी कैब से करते हैं। इस इलाके में एक बड़ी पार्किंग के अलावा कुछ छोटी छोटी पार्किंग भी चल रही हैं। ऐसा नहीं है कि नगर निगम को इस बारे में पता नहीं है। लेकिन निगम के संबंधित अधिकारी निजी स्वार्थ के कारण आंखें बंद किये बैठे हैं।
एक नहीं अनेक अवैध पार्किंग
संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से माफिया शहर में दर्जनों अवैध पार्किंग चला रहे हैं। ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर मथुरा रोड की तरफ अवैध पार्किंग चल रही है। पार्किंग संचालक संबंधित विभागों से मिली भगत कर सडक के किनारे वाहनों को खड़ा करवा कर शुल्क वसूल ते है। लेकिन इसके खिलाफ रेलवे पुलिस, नगर निगम अथवा स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसी तरह ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के आसपास अन्य कई अवैध पार्किंग चलाई जा रही है। न्यूटाउन रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ सरकारी जमीनों पर छोटी छोटी कई पार्किंग चल रही हैं। इनमें से कुछ पार्किंग संचालकों ने तो सरकारी जमीन पर शैड तक बनाए हुए हैं। बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर सेक्टर 25 की तरफ भी नगर निगम की जमीन परकुछ लोग अवैध पार्किंग चला रहे हैं।
सरकार को लगा रहे हैं चूना
अवैध पार्किंग के कारण सरकार को राजस्व का लगातार काफी नुकसान हो रहा है। नगर निगम की तरफ से शहर में कभी पार्किंग व्यवस्था बनाने का प्रयास नहीं किया गया। जबकि शहर के कई स्थानों पर पार्किंग की बेहद जरूरत है। जिसका फायदा उठाते हुए माफिया सरकारी जमीनों पर कब्जे कर अवैध पार्किंग चला रहे हैं। यह लोग सरकार को दो तरफा नुकसान पहुंचा रहे हैं। माफिया द्वारा विभागों की जमीनों का इस्तेमाल कर सरकार को टैक्स दिये बिना खुद मोटा मुनाफा कमाया जा रहा है। इसके साथ ही अवैध पार्किंग संचालकों द्वारा जीएसटी की चोरी भी की जा रही है। यदि सरकार विभिन्न स्थानों पर पार्किंग के ठेके जारी कर दे तो यह गौरख धंधा बंद हो सकता है। जिससे ठेके की रकम मिलने के साथ ही सरकार को जीएसटी के रूप में टैक्स भी मिलने लगेगा।
पार्किंग की बड़ी समस्या
समाजसेवी गुरमीत सिंह देओल का कहना है कि गुरूग्राम काम पर जाने वाले लोग वाहन खड़े करने के लिए भटकते हैं। निगम ने इस समस्या परकभी ध्यान नहीं दिया। निगम के पास जगह की कमी नहीं है। सेनिक कालोनी के गेट नंबर एक के सामने काफी सरकारी जमीन खाली पड़ी है। जिसका इस्तेमाल पार्किंग के लिए कर राजस्व एकत्रित किया जा सकता है।
-राजेश दास