हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा शहरी मतदाताओं से जुड़ने के लिए जुलाई के अंत में पदयात्रा (Kumari Selja padyatra) शुरू करने जा रही हैं। बता दें कि हरियाणा में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
Kumari Selja padyatra: कांग्रेस को मजबूत करना लक्ष्य
एक बयान के अनुसार, पदयात्रा (Kumari Selja padyatra) का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस को मजबूत करना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निर्णायक बढ़त हासिल करना है। बयान में कहा गया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों पर गौर करने से पता चला है कि भाजपा को राज्य के 44 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली है। इनमें से अधिकतर शहरी हैं। हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से भाजपा और कांग्रेस ने हाल में संपन्न आम चुनावों में पांच-पांच सीटें जीतीं।
नई रणनीति बनाने पर जोर
बयान में कहा गया है कि विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस को नई रणनीति के साथ शहरी विधानसभा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। इसलिए कुमारी सैलजा ने पार्टी को मजबूत करने के लिए शहरी क्षेत्रों में पदयात्रा (Kumari Selja padyatra) निकालने का फैसला किया है। इस पदयात्रा के माध्यम से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का संदेश प्रत्येक शहरी मतदाता तक पहुंचाया जाएगा। उन्हें पिछले 10 वर्षों में भाजपा के कुशासन के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
Kumari Selja padyatra: सिरसा से सांसद हैं सैलजा
सिरसा से सांसद सैलजा के हवाले से बयान में कहा गया है कि जुलाई के अंतिम सप्ताह में पदयात्रा (Kumari Selja padyatra) शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके मार्ग की घोषणा जल्द की जाएगी। सैलजा ने लोकसभा चुनाव से पहले जनवरी में राज्य में कांग्रेस की जनसंदेश यात्रा शुरू की थी।
जनसंदेश यात्रा का मिला कांग्रेस को फायदा
सैलजा ने राहुल गांधी की दो देशव्यापी यात्राओं का जिक्र करते हुए उन्हें ‘देश के इतिहास की सबसे बड़ी यात्रा’ बताया। सैलजा ने कहा कि उन्होंने आम लोगों की लड़ाई लड़ने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर और मणिपुर से महाराष्ट्र तक की यात्रा की। उन्होंने समाज के हर वर्ग से बात की, उनके दर्द को समझा और उन तक कांग्रेस का संदेश पहुंचाया।
सैलजा ने कहा कि उनसे (राहुल गांधी की यात्रा) प्रेरित होकर जनवरी-फरवरी में राज्य में जनसंदेश यात्रा निकाली गई। इसका परिणाम लोकसभा चुनाव में साफ तौर पर देखने को मिला। उन्होंने दावा किया कि शहरी इलाकों में उनकी पार्टी उतनी कमजोर नहीं है, जितना भाजपा दिखाने की कोशिश करती है।