रेवाड़ी। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कप्तान अजयसिंह यादव मंगलवार को बार में पहुंचे तथा धारूहेड़ा थाना के एसएचओ प्रहलाद सिंह को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे वकीलों को अपना समर्थन दिया।
कप्तान अजय सिंह यादव ने कहा कि वह भी एक अधिवक्ता है और रेवाड़ी तथा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य है । उन्होंने कहा कि वकील दूसरों को न्याय दिलाते है , लेकिन यह अफसोस की बात है कि अपने लिए न्याय मांगने की खातिर उन्हें धरना पर बैठना पड़ रहा है। एसएचओ द्वारा अधिवक्ता मुकेश कुमार के साथ की गई वारदात निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता मुकेश कुमार दो बार गांव के सरपंच भी रह चुके है । एसएचओ द्वारा की गई हरकत के वकीलों के पास सभी सबूत है, बावजूद इसके उन्हें अभी तक निलंबित नहीं किया गया है।
कप्तान ने यह भी कहा कि अधिवक्ता गृह मंत्री अनिल विज से भी मुलाकात कर चुके है । उन्होंने भी एसपी को फोन पर कार्यवाही के निर्देश दिए हुए है , लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जब गृह मंत्री की बात को तवज्जो नहीं दी जा रही है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। कप्तान ने कहा कि जब एक अधिवक्ता को न्याय नहीं मिल रहा है तो आमजन को क्या न्याय मिलेगा, इस पर ज्यादा विचार करने की जरूरत नहीं है। यादव ने हा कि अगले दो-तीन दिनों में मुख्यमंत्री मनोहरलाल रेवाड़ी आ रहे है , उससे पहले एसएचओ को निलंबित किया जाना चाहिए।
कप्तान ने पत्रकारों से भी की बात
पत्रकारों द्वारा सीएम को लेकर किए गए सवाल पर कप्तान अजयसिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जनसंवाद के लिए यहां आ रहे है , लेकिन यह केवल खानापूर्ति है, क्योंकि सरकार ने रेवाड़ी में कोई काम नहीं किया है। पिछले साढ़े आठ सालों में कोई बड़ी योजना यहां नहीं आई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि मुख्यमंत्री केवल घोषणाएं ही करते है , या फिर उस योजना को धरातल भी उतारेंगे। सर्वविदित है कि भिवाड़ी से आने वाले दूषित पानी का अभी तक समाधान नहीं हुआ है। एम्स का शिलान्यास तक नहीं हुआ।
रेवाड़ी व धारूहेड़ा के बस स्टैंड का काम भी शुरू नहीं हुआ है। शहरवासियों को पीने का पानी कम मिलता है। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर लगे हुए है । आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रॉपर्टी व फैमिली आई डी की समस्या लोगों के जी का जंजाल बनी हुई है। उन्होंने कहा कि देखने वाली बात यह रहेगी कि जब पिछले साढ़े आठ सालों में ही सरकार ने कुछ नहीं किया तो अब एक साल में यहां की कितनी समस्याओं का समाधान कर पाते है ।