Friday, November 22, 2024
22.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeHARYANAFaridabadमानव रचना के डेंटल विभाग की टीम कैंसर की पहचान के लिए...

मानव रचना के डेंटल विभाग की टीम कैंसर की पहचान के लिए तैयार कर रही है एप

Google News
Google News

- Advertisement -

अधिकांश मामलो में कैंसर की बीमारी का पता अंत में चलता है, जिससे मरीज की जान बचा पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन यदि समय पर कैंसर का पता लगाकर इलाज करवाया जाए, तो लोगों की जान बच सकती है। लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए मानव रचना शैक्षणिक संस्थान स्थित न्यू जेन इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेंटर (आईईडीसी) में स्टार्ट अप पर काम जारी है। जिसके तहत मानव रचना डेंटल कॉलेज (एमआरडीसी) की तीन लोगों की टीम ने मिलकर एक एप डिजाइन किया है। जिसकी मदद से मुंह के कैंसर का शुरूआत में ही पता लगाया जा सकता है।

मानव रचना संस्थान के डिपार्टमेंट आॅफ ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी के एचओडी डॉ. सुमित भाटेजा के नेतृत्व में कैंसर का पता लगाने वाले एप को डिजाइन किया गया है। इसके तहत विद्यार्थियों की टीम में पूर्व छात्रा आरुषि भाटिया (बतौर जूनियर डेंटिस्टदिल्ली में कार्यरत) और बीडीएस की छात्रा नीरू रानी शामिल हैं। ये App Damertoglyphics Concept पर आधारित है।

इस बारे ममें जानकारी देते हुए डॉ. सुमित ने बताया कि इसे इस्तेमाल करने से पहले यूजर यानी मरीज को एप डाउनलोड करने के बाद दिनचर्या और स्वास्थ्य से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देने होंगे।आखिरी में फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल करने के बाद यह एप रिपोर्ट तैयार करेगा। जिसके बाद अगर बीमारी है तो इसके लक्षण और इसके स्टेज की सूचना मिलेगी।

मिली चुकी है ग्रांट:

डॉ. सुमित ने बताया कि मानव रचना के न्यूजेन आईईडीसी सेंटर के तहत तैयार किए गए इस स्टार्टअप को भारत सरकार की ओर से प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए 2.5 लाख रुपये की ग्रांट भी मिल चुकी है। सरकार ने स्टार्टअप की योजना, प्रेजेंटेशन और संभावित परिणाम को देखते हुए इस पर काम करने की स्वीकृति दी है। फिलहाल सेंटर में इस प्रोजेक्ट का प्रोटो टाइप तैयार करने का कामजारी है। इसके बाद तीन महीने तक इसकी टेस्टिंग पर काम किया जाएगा।

अलर्ट के साथ ही करायें इलाज:

डॉ. सुमित भाटेजा ने कहा कि इस एप का मकसद मुंह के कैंसर के लक्षणों का शुरूआत में ही पता लगाकर मरीज को इसके बारे में जागरूक करना है। वहीं लक्षण मॉडरेट या गंभीर श्रेणी में हुए तो आॅरेंज व रेड अलर्ट के साथ यूजर को नजदीकी जांच केंद्र में जाने का सुझाव भी मिलेगा। लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति सतर्क रहें और इससे बचाव हो सके यही इस एप को बनाने का मकसद है।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

सड़क दुर्घटना में बाइक सवार पति-पत्नी व दो बच्चे घायल

प्रवीण सैनी, देश रोजाना  होडल नूह सड़क मार्ग पर एक वैगन आर गाड़ी की टक्कर से बाइक सवार पति पत्नी व उनके दोनों बच्चे घायल...

सोशल मीडिया पर साझा न करें व्यक्तिगत जानकारी 

 देश रोजाना, हथीन। इस तकनीकी दौर में मनुष्य ज्यादातर मोबाइल फोन, लैपटॉप व कंप्यूटर आदि पर निर्भर है और यह डिवाइस इंटरनेट से जुड़ी...

AAP Kejriwal:अरविंद केजरीवाल ने शुरू किया ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद(AAP Kejriwal:) केजरीवाल ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को ‘रेवड़ी पर...

Recent Comments