देश रोज़ाना: 22 दिन बीत जाने के बाद भी हरियाणा के वीर जवान का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। 3 अक्टूबर को बादल फटने से सिक्किम में बाढ़ आ गई थी। जिसमें कई सिपाही लापता हो गए है। इनमें से एक वीर पलवल का युधिष्ठिर भी था। जिसका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। युधिष्ठिर का फ़ोन और सारिणी वाली डायरी मिल चुकी है। लेकिन अभी तक कोई युधिष्ठिर का अभी नहीं पता चल पाया है। युधिष्ठिर की गाडी 10 फ़ीट नीचे मलबे में दबी मिली है।
गौरतलब है कि सिक्किम में 3 अक्तूबर की देर रात बादल फट गया था। बादल फटने से वहां मौजूद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई और बाढ़ का पानी वहां स्थित सेना के शिविर में 20 फीट से अधिक आ गया। जिसमें सेना के वाहनों सहित 23 जवानों के अलावा स्थानीय लोग बाढ़ के पानी में बहकर लापता हो गए। सेना के लापता जवानों में गांव खाम्बी का बेटा युधिष्ठिर भी शामिल था, जो सेना की बटालियन 420 एफडी में मेडिकल वाहन पर बतौर ड्राइवर तैनात था।
लापता जवान युधिष्ठिर के पिता ऋषिदेव उर्फ बिशन ने बताया कि जब सेना से यह उनके बेटे के बारे में पूछा जाता है तो उन्हें बताया गयाकि सेना के राहत बचाव दल टीम उसी दिन से सैनिकों को खोजने में लगी है।
युधिष्ठिर को ढूंढने के लिए सेना के अधिकारियों ने युधिष्ठिर की मां का खून का सैंपल लिया है। जिससे वह डीएनए मैच करके जल्द से जल्द वीर युधिष्ठिर का पता लगा सके।