हरियाणा के यमुनानगर में एक रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। रिश्वत लेने वाला व्यक्ति पटवारी है। यह पटवारी विजिलेंस टीम की नजरों में काफी लंबे समय से था। पटवारी ने 10 हजार की मांग की थी। जिनमें से 2 हजार रुपए पटवारी ने खर्च कर दिए हैं। और 8 हजार रुपए की राशि पहले ही विजिलेंस टीम उसके सहयोगी से बरामद कर चुकी है।
विजिलेंस की टीम को दी शिकायत में हरीश ने बताया कि जमीन का इंतकाल चढ़ाने के लिए पटवारी राहुल ने 10 हजार रुपए की मांग की हैं। हरीश पटवारी को 10 हजार रुपए देने गया तो वहां पटवारी राहुल कुमार मौजूद नहीं था इसलिए विजिलेंस की टीम ने पटवारी के असिस्टेंट संजीव को 8 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस की टीम ने तब संजीव से पूछताछ की तो उसने बताया कि 10 हजार में से 2 हजार रुपए राहुल के पास है। राहुल को भी विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है उसके पास से 10 हजार रुपए की राशि बरामद की गई है जिसके लिए राहुल और संजीव दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
हरियाणा में लगातार रिश्वतखोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं हालांकि, विजिलेंस टीम और एसीबी की टीम रंगे हाथ लोगों को पकड़ रही है लेकिन फिर भी प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। जिस तरह से भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं उससे यह नहीं लगता कि भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है जिसकी जड़ों ने पूरे समाज को जकड़ लिया है।