सुरेंद्र इंदौरा, देश रोजाना
रेवाड़ी। हिंदू संगठन द्वारा 28 अगस्त को नूंह में दोबारा से निकाली जाने वाली बृजमंडल धार्मिक यात्रा की एक बार फिर से तैयारी शुरू हो गई है। रविवार को स्थानीय सेक्टर-3 स्थित एक धर्मशाला में आयोजित विभिन्न हिंदू संगठनों की बैठक में यात्रा के लिए तेज हूंकार भरी गई। बैठक में उपस्थित साधु संतों ने भी अपने डेरों में आने वाले भक्तों व श्रद्धालुओं को यात्रा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने की घोषणा की। बैठक में कहा गया कि यात्रा अधूरी रह गई थी और सनातन धर्म में धार्मिक यात्रा अथवा अन्य कार्यक्रमों को अधूरा छोडऩा गलत है, इसलिए भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए एक बार फिर से भारी मात्रा में सनातनी पहुंचेंगे।
सेक्टर-3 स्थित धर्मशाला में आयोजित बैठक में विभिन्न गौशालाओं के संचालक, गौरक्षा दल, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी व अन्य हिंदू संगठन के लोग एकत्रित हुए। बैठक में साधु-संतों की भी भागीदारी रही। बैठक में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विभिन्न संगठन नेताओं ने कहा कि 31 जुलाई की यात्रा में विघ्न पड़ गया था। यात्रा में शामिल लोगों पर समुदाय विशेष के लोगों ने हमला कर दिया था, जिससे यात्रा का मकसद पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सनातन में धार्मिक कार्यक्रम का अधूरा छोडऩा पाप समझा जाता है, इसलिए इस पाप से बचने के लिए उन्हें दोबारा से यात्रा निकालनी होगी, जिसके लिए भारी संख्या में हिंदुओं को ले जाने के लिए उन्हें एकत्रित करना होगा।
नेताओं ने कहा कि नूंह में आयोजित की जाने वाली इस यात्रा में इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा, इसके लिए पहले से ही सरकार व प्रशासन को यात्रा के दौरान कड़ी सुरक्षा की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल होने वाले लोगों को भी बताया जाएगा कि इस बार सुरक्षा के कड़े प्रबंध होंगे, जिससे वे आसानी से पूरी श्रद्धा एंव भावना के साथ जहां यात्रा पूरी करेंगे, वहीं भगवान शिव का जलाभिषेक भी कर पाएंगे। बैठक में शामिल संतों ने कहा कि संतों पर हमले हो रहे हैं। हिंदू भी टूट रहे हैं, इसलिए उन्हें कमजोर होने से बचाना है। सभी हिंदुओं को एकत्रित करना है और यह बात वे उनके डेरे में आने वाले श्रद्धालुओं को न केवल समझाएंगे, बल्कि उन्हें यात्रा में शामिल होने का भी निमंत्रण देंगे। बैठक में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राधे श्याम मित्तल, महासचिव राजकुमार यादव, जिला महामंत्री संजय गुप्ता, पंडित एलएन शर्मा, पंडित नरेंद्र जोशी व अन्य संगठनों के लोग शामिल थे।