25 सितंबर को पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल की जयंती मनाई गई थी जिसको लेकर राजस्थान के सीकर में जेजेपी ने रैली आयोजित की थी जिसको लेकर अब अंबाला में सियासी घमासान मचा हुआ है। कुछ महिलाओं ने जेजेपी पार्टी पर आरोप लगाए हैं कि खाटू श्याम के दर्शन करने के बहाने उन्हें रैली में ले जाया गया वहीं इसके विपरीत जेजेपी की महिला विंग ने कुछ अलग ही बयान दिया है।
अपोजिशन जेजीपी के विस्तार से बौखला चुका है जिस कारण जेजेपी को बदनाम किया जा रहा है। यह लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं बल्कि विरोधी और उनके चेलों की सोची समझी चाल है। हमने जरूर कहा था कि समय रहा तो खाटू श्याम दर्शन जरूर करेंगे, वह कराए भी हैं लेकिन सीधा आरोप लगाना यह सही नहीं है। जेजेपी की महिला प्रधान सर्बजीत कौर ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए सफाई दी।
ग्रामीण महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें बसों से सालासर की एक धर्मशाला में छोड़ गया था जहां पर किसी प्रकार की ठहरने की उचित व्यवस्था नहीं थी। भगवान के दर्शन नहीं बल्कि जेजेपी की रैली में लाया गया इसके बाद वह खुद सरकारी बसों से अपने घर वापस लौटी।
इस मामले पर महिला प्रधान ने इन सभी आरोपों को नकारा है वहीं ग्रामीण महिला आरोप लगा रही है कि उन्हें जेजेपी की रैली में बहाने बनाकर ले जाया गया था अब यह राजनीति को लेकर नया इक्का फेंका गया है। या फिर हकीकत है। इस पर आप क्या सोचते हैं कमेंट करके हमें जरूर बताएं।