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महिलाओं की सुरक्षा में तत्पर हरियाणा पुलिस प्रशासन

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संजय मग्गू
अपराधियों के लिए महिलाएं हमेशा से सॉफ्ट टॉरगेट रही हैं। महिलाओं का अकेले बाहर निकलना हमेशा मुश्किल रहा है। देश के कई राज्यों में महिलाओं के लिए हालात बहुत खराब हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिला सुरक्षा के लिए अधिकारियों को कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। महिलाओं के साथ आए दिन यौन शोषण, छेड़छाड़, छींटाकशी जैसी घटनाएं होती रहती हैं। सरकार के सामने दिक्कत यह है कि वह संगठित अपराध को तो रोक सकती है, लेकिन असंगठित अपराध को रोक पाना संभव ही नहीं है। सड़क पर चलती हुई महिला को कब और कहां पर कोई व्यक्ति छेड़ देगा, उसके साथ बदतमीजी करेगा, उसका यौन शोषण करेगा, कोई नहीं जानता है। सरकार या पुलिस का कोई सिस्टम जान भी नहीं सकता है। कोई अपने मन में महिलाओं के प्रति कुंठा लिए घूम रहा है, इसे कैसे जाना जा सकता है। दिनदहाड़े महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं। घरों में उनके साथ बलात्कार हो रहे हैं, यौन शोषण के ज्यादातर मामलों में घर-परिवार, नाते-रिश्तेदार या पड़ोसी अपराधी पाए जा रहे हैं। ऐसे अपराधों को रोक पाना, किसी भी राज्य की व्यवस्था के लिए लगभग असंभव है। सरकार हर महिला की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात नहीं कर सकती है। हां, चौक-चौराहों पर पुलिस की गश्त बढ़ाई जा सकती है। पुलिस कर्मियों को इस बात के लिए सख्त आदेश दिए जा सकते हैं कि किसी भी महिला के साथ होने वालेअपराध की जानकारी मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाए। आरोपी के खिलाफ तुरंत और कठोर कार्रवाई की जाए ताकि ऐसी मानसिकता वाले अपराधियों को यह समझ में आए कि यदि उन्होंने कोई दुस्साहस किया, तो उन्हें सख्त सजा मिलेगी। सैनी सरकार ने पूरे प्रदेश में 443 ऐसे रूट को चिन्हित किया है, जिन्हें महिलाओं के लिए असुरक्षित माना जाता है। इन 443 रास्तों पर 1979 हॉट स्पॉट तलाशे गए हैं जो महिलाओं के लिए कतई सुरक्षित नहीं हैं। इन रूटों पर पुलिस पहले से ही 1381 सीसीटीवी कैमरे लगा चुकी है। इन कैमरों के जरिये 24 घंटे निगरानी की जा रही है। पुलिस प्रशासन अब इस कोशिश में लगा हुआ है कि हेल्प लाइन पर जानकारी मिलने के बाद कम से कम पांच मिनट में पुलिस मौके पर पहुंच जाए। यदि ऐसा होता है, तो इन रूटों पर आने-जाने वाली महिलाओं में सुरक्षा भावना पैदा होगी और वह विषम परिस्थितियों में घबराने की जगह अपराधियों से मुकाबला करेंगी। उन्हें इस बात का विश्वास रहेगा कि थोड़ी ही देर में पुलिस सहायता मिलने वाली है। महिलाओं में सबसे पहले आत्मबल जगाना बहुत जरूरी है। आत्मबल होने पर वे विषम परिस्थितियों से खुद निपटने में सक्षम हो सकती हैं।

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