इस साल भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। आईसीसी ने मंगलवार को शेड्यूल जारी किया। इस टूनार्मेंट की शुरूआत अहमदाबाद में पांच अक्तूबर को इंग्लैंड-न्यूजीलैंड मुकाबले से होगी। वहीं, भारतीय टीम अपने अभियान की शुरूआत आठ अक्तूबर को आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में करेगी। भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला 15 अक्तूबर को अहमदाबाद में खेला जाएगा। 15 नवंबर को पहला सेमीफाइनल मुंबई और 16 नवंबर को दूसरा सेमीफाइनल कोलकाता में खेला जाएगा। वहीं, 19 नवंबर को होने वाला फाइनल अहमदाबाद में खेला जाएगा।
साथ ही यह भी तय हो गया है कि पाकिस्तान की टीम भारत आएगी। इससे पहले इस टीम ने 2016 में पिछली बार आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में भारत का दौरा किया था। हालांकि, पाकिस्तान को आईसीसी ने बड़ा झटका भी दिया है। आईसीसी और बीसीसीआई ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा दो मैचों के वेन्यू बदलने की मांग को ठुकरा दिया है। ड्राफ्ट शेड्यूल देख ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आनाकानी शुरू हो गई थी, लेकिन आईसीसी ने उनकी एक न चलने दी।
पीसीबी ने आॅस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ अपने मुकाबलों के मैदान में बदलाव की मांग की थी। पाकिस्तान को 20 अक्तूबर को आॅस्ट्रेलिया से बेंगलुरु के चिन्नास्वामी में और 23 अक्तूबर को अफगानिस्तान से चेन्नई के चेपक में भिड़ना है। पाकिस्तान ने ड्राफ्ट शेड्यूल के बाद अपने अनुरोध पत्र में इस बात का जिक्र किया था कि चेन्नई में स्थितियां अफगानिस्तान के पक्ष में होंगी। इसलिए वेन्यू बदलने से यह पाकिस्तान के लिए फायदे में रहेगा।
चेपक में गेंद काफी स्पिन होती है और अफगानिस्तान के पास राशिद खान, मुजीब उर रहमान और नूर अहमद समेत कई वर्ल्ड क्लास स्पिनर्स हैं जो पाकिस्तान की टीम पर भारी पड़ सकते हैं। वहीं, चिन्नास्वामी रन के लिए जाना जाता है और वहां किसी भी स्कोर को आसानी से चेज किया जा सकता है। पाकिस्तान को इसी बात का डर था कि दोनों में से किसी भी मैच में वह फेवरेट के तौर पर मैदान में नहीं उतरेंगे। इसी वजह से उन्होंने वेन्यू बदलने की मांग की थी।
इतना ही नहीं, एक और दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान ने आॅस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ वेन्यू को इंटरचेंज करने की भी मांग की थी। वे चाहते थे कि इन दो मैचों के लिए वेन्यू की अदला-बदली की जाए, यानी पाकिस्तान आॅस्ट्रेलिया से चेपक में और अफगानिस्तान से चिन्नास्वामी में खेले। हालांकि, आईसीसी और बीसीसीआई ने पीसीबी की मांग को ठुकरा दिया। साथ ही यह तय किया कि पाकिस्तान को निर्धारित स्थान पर ही अपने मैच खेलने होंगे।