भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन को सेवा पखवाड़े के तौर पर मनाने का फैसला किया है। इसके लिए तैयारी भी जोरों से शुरू कर दी गई है। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन से दो अक्टूबर महात्मा गांधी के जन्म दिवस तक चलने वाले इस पखवाड़े में भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में कई तरह के सेवा कार्यों का आयोजन करेगी और इसी के साथ ही बीजेपी चुनावी मिशन को भी तेजी से आगे बढ़ाएगी। पार्टी अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों के साथ जनता के बीच जाएगी और लाभार्थी वर्गों को संबोधित करेंगी। इसमें महिलाएं, युवा, दलित, आदिवासी और पिछड़ा समुदाय शामिल है। सितंबर महीने में सरकार और चुनावी राजनीति दोनों ही तरफ से गहमागहमी रहने वाली है।
सरकार के स्तर पर इसकी शुरुआत जी-20 के बड़े वैश्विक आयोजन से हो रही है और बाद में संसद का विशेष सत्र भी बुलाया गया है इसी बीच चुनाव वाले राज्यों में बीजेपी की यात्राएं भी जारी रहेगी और प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में सेवा पखवाड़े के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे कुछ सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा भी पार्टी कर सकती है। बीजेपी की चुनावी राजनीति चाहे वह राज्य के चुनाव हो या अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव सब की राजनीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही इर्द-गिर्द रहेगी और यही कारण है कि बीजेपी इस बार सेवा पखवाड़े में सेवा कार्यों को चलाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सरकार की योजनाएं पहुंच सके।
पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद पूरे कार्यक्रम की निगरानी करेंगे इसके अलावा पार्टी के पांच महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सुनील बंसल, तरुण चुग, विनोद तावडे और संजय बड़े कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेंगे। पार्टी के अंदर खाने से जो खबरें आई है उसके मुताबिक भाजपा कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर विभिन्न लाभार्थी वर्ग तक मोदी सरकार की उपलब्धियां और योजनाओं को बताएंगे साथ ही विपक्ष के इरादों को लेकर भी लोगों को सजग करेंगे सबसे सघन अभियान चुनाव वाले राज्यों में चलेगा बीजेपी इन राज्यों में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव में उतरेगी ऐसे में मोदी का चेहरा और उनका काम उनके लिए फायदेमंद साबित होगा।