रेसलर केस : पहलवानों द्वारा WFI के पूर्व अध्यक्ष पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने आज चार्जशीट दाखिल कर दी है। पहलवानों ने पिछले महीने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। जिसके बाद से दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच में जुट गयी थी और दिल्ली पुलिस द्वारा इन आरोपों पर राउज़ एवेन्यू कोर्ट में आज 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी गयी है। वहीं पॉक्सो एक्ट मामले में बृजभूषण को बड़ी राहत मिलती नज़र आ रही है।
बृजभूषण के खिलाफ नहीं मिला कोई सबूत
दिल्ली पुलिस द्वारा पॉक्सो एक्ट मामले में पटिआला हाउस कोर्ट में क्लोज़र रिपोर्ट दाखिल करने के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ इस केस से जुड़े उन्हें कोई सबूत नहीं मिले हैं फिलहाल मामले की जांच जारी है। कोर्ट ने पुलिस द्वारा दी गयी रिपोर्ट को संज्ञान में रखते हुए केस की अगली सुनवाई 4 जुलाई को तय की है।
पहलवान ने दो बार बदला अपना बयान
दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में नाबालिग पहलवान के बयान और अबतक की जांच रिपोर्ट दाखिल की। सूत्रों के अनुसार नाबालिग पहलवान ने ब्रजभूषण पर यौनशोषण के लगाए अपने आरोपों को पहले ही वापस ले लिया था। हालांकि नाबालिग ने मेजिस्ट्रेट के सामने दिए अपने पहले बयान में यौनशोषण की बात कही थी लेकिन वहीं दूसरे बयान में नाबालिग ने अपने आरोपों को वापस लेते हुए कहा कि मेरे इतनी मेहनत करने के बावजूद मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ था जिसकी वजह से मैं डिप्रेशन में थी इसलिए गुस्से में आकर मैंने यौनशोषण का मामला दर्ज करवा दिया।
क्या था पूरा मामला
बीते महीने की 23 अप्रैल को देश के तीन शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों का यौनशोषण करने के आरोप लगाते हुए धरना शुरू किया था और उनके इस्तीफे की मांग की थी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी और आज कोर्ट में चल रहे पॉक्सो एक्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने क्लोज़र रिपोर्ट दाखिल करते हुए कोई सबूत ना मिलने की बात कही।