मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे दिया है और अब संसद में लोकसभा अध्यक्ष विपक्ष के इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की तारीख तय कर सकते हैं। इसी बीच कांग्रेस लेफ्ट सहित कई दलों ने लोकसभा में विधायकों के पारित करने पर भी सवाल उठा दिए हैं। उनका यह कहना है कि जब अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्पीकर ने स्वीकार कर लिया है तो पहले उस पर चर्चा और वोटिंग होनी चाहिए और तब तक दूसरे विधेयकों को पारित नहीं किया जाना चाहिए ऐसा करना गलत है। यही मुद्दा विपक्ष सदन में उठा सकता है संसद मानसून सत्र की कार्यवाही 20 जुलाई को शुरू हुई थी तब से अब तक यानी सात दिनों में सदन हमेशा ही हंगामे की भेंट चढ़ा रहा लेकिन फिर भी दोनों ही सदनों में सरकार ने कुछ विधायकों को पारित कर ही दिया आपको बता दें कि आने वाले दिनों में लोकसभा में जिन विधायकों को पेश किया जाना है, उनमें जन्म मृत्यु पंजीकरण संशोधन विधेयक 2023 संविधान जम्मू और कश्मीर वहीं अनुसूचित जनजाति आदेश संशोधन विधेयक 2023 संविधान जम्मू और कश्मीर अनुसूचित जाति आदेश संशोधन विधेयक 2023 जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 सहित कई अन्य विधेयक भी शामिल है।
इसके साथ ही संसद में पहले से जो गतिरोध मणिपुर हिंसा को लेकर चल रहा है सरकार और विपक्ष के आमने सामने खड़ी हुई है इसी बीच में दिल्ली सरकार के अधिकारों की सेवा से जुड़ा विधायक भी लोकसभा में पेश किया जा सकता है और पहले से ही दिल्ली सरकार इस विधेयक का विरोध करती आई है और अगर ऐसे में लोकसभा में यह विधेयक पेश हो जाता है तो हंगामा होना तो लाजमी है।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर मिल सकती है तारीख
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